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ॐ नमो भगवति वज्रश‍ृङ्खले ...

भगवतीकवचम् - ॐ नमो भगवति वज्रश‍ृङ्खले ...

देवी देवता कवच शारीरिक आणि मानसिक सुरक्षा देते, नकारात्मक शक्ती आणि संकटांपासून वाचवते. 

ॐ नमो भगवति वज्रश‍ृङ्खले हन हन ॐ भक्ष भक्ष ॐ अरे रक्तं पिब कपालेन रक्ताक्षि रक्तपटे भस्माङ्गि भस्मलिप्तशरीरे वज्रायुधे वज्रप्राकारनिचिते  ॐ पूर्वां दिशं बन्ध बन्ध ॐ दक्षिणां दिशं बन्ध बन्ध ॐ पश्चिमां दिशं बन्ध बन्ध ॐ उत्तरां दिशं बन्ध बन्ध ॐ नागान् बन्ध बन्ध नागपत्नीर्बन्ध बन्ध ॐ असुरान् बन्ध बन्ध ॐ यक्षराक्षसपिशाचान् बन्ध बन्ध प्रेतभूतगन्धर्वादि ये केचिदुपद्रवास्तेभ्यो रक्ष रक्ष ॐ ऊर्ध्वं रक्ष रक्ष अधो रक्ष रक्ष क्षुरिकं बन्ध बन्ध ॐ ज्वलमहाबले घटि घटि ॐ मोटि मोटि सटावलि वज्राङ्गि वज्रप्राकारे हुँ फट् ह्रीं ह्रूं श्रीं फट् ह्रीं ह्रः फ्रूं फ्रें फ्रः सर्वग्रहेभ्यः सर्वव्याधिभ्यः सर्वदुष्टोपद्रवेभ्यः ह्रीं आमीवेभ्यो रक्ष रक्ष ग्रहभूत ज्वरादिषु सर्वकर्मषु  योजयेत् ॥
इत्याग्नेयं भगवतीकवचं सम्पूर्णम् ॥

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Last Updated : December 01, 2025

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