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श्री अष्टलक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः

श्री अष्टलक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः

अष्टोत्तरशतनामावलिः म्हणजे देवी देवतांची एकशे आठ नावे, जी जप करताना म्हणावयाची असतात. नावे घेताना १०८ मण्यांची जपमाळ वापरतात.
Ashtottara shatanamavali means 108 names of almighty God and Godess.


॥श्री अष्टलक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः ॥
जय जय शङ्कर
ॐ श्री ललिता महात्रिपुरसुन्दरी पराभट्टारिका समेताय श्री चन्द्रमौळीश्वर परब्रह्मणे नमः ॥
अथ श्री अष्टलक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः ॥

श्री आदिलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ श्रीं ॥१॥
श्री धान्यलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ श्रीं क्लीं ॥२॥
श्री धैर्यलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ॥३॥
श्री गजलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ॥४॥
श्री सन्तानलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ॥५॥
श्री विजयलक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ क्लीं ॐ ॥६॥
श्री विद्यालक्ष्मी नामावलिः ॥ ॐ ऐं ॐ ॥७॥
श्री ऐश्वर्यलक्ष्मी नामावलिः ॥ श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ॥८॥

अथ श्री महालक्ष्म्याः रहस्य नामावलिः ॥ श्रीं ह्रीं क्लीं ॥

ॐ श्रीं श्रीं श्रीं ॐ ॥

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श्री आदिलक्ष्मी नामावलिः ॥१॥

ॐ श्रीं

आदिलक्ष्म्यै नमः ॥ अकारायै नमः ॥ अव्ययायै नमः ॥ अच्युतायै नमः ॥ आनन्दायै नमः ॥ अर्चितायै नमः ॥ अनुग्रहायै नमः ॥ अमृतायै नमः ॥ अनन्तायै नमः ॥ इष्टप्राप्त्यै नमः ॥ ईश्वर्यै नमः ॥ कर्त्र्यै नमः ॥ कान्तायै नमः ॥ कलायै नमः ॥ कल्याण्यै नमः ॥ कपर्दिने नमः ॥ कमलायै नमः ॥ कान्तिवर्धिन्यै नमः ॥ कुमार्यै नमः ॥ कामाक्ष्यै नमः ॥ कीर्तिलक्ष्म्यै नमः ॥ गन्धिन्यै नमः ॥ गजारूढायै नमः ॥ गम्भीरवदनायै नमः ॥ चक्रहासिन्यै नमः ॥ चक्रायै नमः ॥ ज्योतिलक्ष्म्यै नमः ॥ जयलक्ष्म्यै नमः ॥ ज्येष्ठायै नमः ॥ जगज्जनन्यै नमः ॥ जागृतायै नमः ॥ त्रिगुणायै नमः ॥ त्र्यैलोक्यमोहिन्यै नमः ॥ त्र्यैलोक्यपूजितायै नमः ॥ नानारूपिण्यै नमः ॥ निखिलायै नमः ॥ नारायण्यै नमः ॥ पद्माक्ष्यै नमः ॥ परमायै नमः ॥ प्राणायै नमः ॥ प्रधानायै नमः ॥ प्राणशक्त्यै नमः ॥ ब्रह्माण्यै नमः ॥ भाग्यलक्ष्म्यै नमः ॥ भूदेव्यै नमः ॥ बहुरूपायै नमः ॥ भद्रकाल्यै नमः ॥ भीमायै नमः ॥ भैरव्यै नमः ॥ भोगलक्ष्म्यै नमः ॥ भूलक्ष्म्यै नमः ॥ महाश्रियै नमः ॥ माधव्यै नमः ॥ मात्रे नमः ॥ महालक्ष्म्यै नमः ॥ महावीरायै नमः ॥ महाशक्त्यै नमः ॥ मालाश्रियै नमः ॥ राज्ञ्यै नमः ॥ रमायै नमः ॥ राज्यलक्ष्म्यै नमः ॥ रमणीयायै नमः ॥ लक्ष्म्यै नमः ॥ लाक्षितायै नमः ॥ लेखिन्यै नमः ॥ विजयलक्ष्म्यै नमः ॥ विश्वरूपिण्यै नमः ॥ विश्वाश्रयायै नमः ॥ विशालाक्ष्यै नमः ॥ व्यापिन्यै नमः ॥ वेदिन्यै नमः ॥ वारिधये नमः ॥ व्याघ्र्यै नमः ॥ वाराह्यै नमः ॥ वैनायक्यै नमः ॥ वरारोहायै नमः ॥ वैशारद्यै नमः ॥ शुभायै नमः ॥ शाकम्भर्यै नमः ॥ श्रीकान्तायै नमः ॥ कालायै नमः ॥ शरण्यै नमः ॥ श्रुतये नमः ॥ स्वप्नदुर्गायैइ नमः ॥ सुर्यचन्द्राग्निनेत्रत्रयायै नमः ॥ सिम्हगायै नमः ॥ सर्वदीपिकायै नमः ॥ स्थिरायै नमः ॥ सर्वसम्पत्तिरूपिण्यै नमः ॥ स्वामिन्यै नमः ॥ सितायै नमः ॥ सूक्ष्मायै नमः ॥ सर्वसम्पन्नायै नमः ॥ हंसिन्यै नमः ॥ हर्षप्रदायै नमः ॥ हंसगायै नमः ॥ हरिसूतायैइ नमः ॥ हर्षप्राधान्यै नमः ॥ हरित्पतये नमः ॥ सर्वज्ञानायै नमः ॥ सर्वजनन्यै नमः ॥ मुखफलप्रदायै नमः ॥ महारूपायै नमः ॥ श्रीकर्यै नमः ॥ श्रेयसे नमः ॥ श्रीचक्रमध्यगायै नमः ॥ श्रीकारिण्यै नमः ॥ क्षमायै नमः ॥
==
॥ॐ ॥२॥
॥श्री धान्यलक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ श्रीं क्लीं

धान्यलक्ष्म्यै नमः ॥ आनन्दाकृत्यै नमः ॥ अनिन्दितायै नमः ॥ आद्यायै नमः ॥ आचार्यायैइ नमः ॥ अभयायै नमः ॥ अशक्यायै नमः ॥ अजयायै नमः ॥ अजेयायै नमः ॥ अमलायै नमः ॥ अमृतायै नमः ॥ अमरायै नमः ॥ इन्द्राणीवरदायै नमः ॥ इन्दीवरेश्वर्यै नमः ॥ उरगेन्द्रशयनायैइ नमः ॥ उत्केल्यै नमः ॥ काश्मीरवासिन्यैइ नमः ॥ कादम्बर्यै नमः ॥ कलरवायै नमः ॥ कुचमन्डलमन्डितायै नमः ॥ कौशिक्यै नमः ॥ कृतमालायै नमः ॥ कौशाम्ब्यै नमः ॥ कोशवर्धिन्यै नमः ॥ खड्गधरायै नमः ॥ खनये नमः ॥ खस्थायै नमः ॥ गीतायै नमः ॥ गीतप्रियायै नमः ॥ गीत्यै नमः ॥ गायत्र्यै नमः ॥ गौतम्यै नमः ॥ चित्राभरणभूषितायै नमः ॥ चाणूर्मदिन्यै नमः ॥ चण्डायै नमः ॥ चण्डहंत्र्यै नमः ॥ चण्डिकायै नमः ॥ गण्डक्यै नमः ॥ गोमत्यै नमः ॥ गाथायै नमः ॥ तमोहन्त्र्यै नमः ॥ त्रिशक्तिधृतेनमः ॥ तपस्विन्यै नमः ॥ जातवत्सलायै नमः ॥ जगत्यै नमः ॥ जंगमायै नमः ॥ ज्येष्ठायै नमः ॥ जन्मदायै नमः ॥ ज्वलितद्युत्यै नमः ॥ जगज्जीवायै नमः ॥ जगद्वन्द्यायै नमः ॥ धर्मिष्ठायै नमः ॥ धर्मफलदायै नमः ॥ ध्यानगम्यायै नमः ॥ धारणायै नमः ॥ धरण्यै नमः ॥ धवलायै नमः ॥ धर्माधारायै नमः ॥ धनायै नमः ॥ धारायै नमः ॥ धनुर्धर्यै नमः ॥ नाभसायै नमः ॥ नासायै नमः ॥ नूतनाङ्गायै नमः ॥ नरकघ्न्यै नमः ॥ नुत्यै नमः ॥ नागपाशधरायै नमः ॥ नित्यायै नमः ॥ पर्वतनन्दिन्यै नमः ॥ पतिव्रतायै नमः ॥ पतिमय्यै नमः ॥ प्रियायै नमः ॥ प्रीतिमन्जर्यै नमः ॥ पातालवासिन्यै नमः ॥ पूर्त्यै नमः ॥ पाञ्चाल्यै नमः ॥ प्राणिनां प्रसवे नमः ॥ पराशक्त्यै नमः ॥ बलिमात्रे नमः ॥ बृहद्धाम्न्यै नमः ॥ बादरायणसम्स्तुतायै नमः ॥ भयघ्न्यै नमः ॥ भीमरूपायै नमः ॥ बिल्वायै नमः ॥ भूतस्थायै नमः ॥ मखायै नमः ॥ मातामह्यै नमः ॥ महामात्रे नमः ॥ मध्यमायै नमः ॥ मानस्यै नमः ॥ मनवे नमः ॥ मेनकायै नमः ॥ मुदायै नमः ॥ यत्तत्पदनिबन्धिन्यै नमः ॥ यशोदायै नमः ॥ यादवायै नमः ॥ यूत्यै नमः ॥ रक्तदन्तिकायै नमः ॥ रतिप्रियायै नमः ॥ रतिकर्यै नमः ॥ रक्तकेश्यै नमः ॥ रणप्रियायै नमः ॥ लंकायै नमः ॥ लवणोदधये नमः ॥ लंकेशहंत्र्यै नमः ॥ लेखायै नमः ॥ वरप्रदायै नमः ॥ वामनायै नमः ॥ वैदिक्यै नमः ॥ विद्युते नमः ॥ वारह्यै नमः ॥ सुप्रभायै नमः ॥ समिधे नमः ॥
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॥ॐ॥३॥
अथ श्री धैर्यलक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं

धैर्यलक्ष्म्यै नमः ॥ अपूर्वायै नमः ॥ अनाद्यायै नमः ॥ अदिरीश्वर्यै नमः ॥ अभीष्टायै नमः ॥ आत्मरूपिण्यै नमः ॥ अप्रमेयायै नमः ॥ अरुणायै नमः ॥ अलक्ष्यायै नमः ॥ अद्वैतायै नमः ॥ आदिलक्ष्म्यै नमः ॥ ईशानवरदायै नमः ॥ इन्दिरायै नमः ॥ उन्नताकारायै नमः ॥ उद्धटमदापहायै नमः ॥ क्रुद्धायै नमः ॥ कृशाङ्ग्यै नमः ॥ कायवर्जितायै नमः ॥ कामिन्यै नमः ॥ कुन्तहस्तायै नमः ॥ कुलविद्यायै नमः ॥ कौलिक्यै नमः ॥ काव्यशक्त्यै नमः ॥ कलात्मिकायै नमः ॥ खेचर्यै नमः ॥ खेटकामदायै नमः ॥ गोप्त्र्यै नमः ॥ गुणाढ्यायै नमः ॥ गवे नमः ॥ चन्द्रायै नमः ॥ चारवे नमः ॥ चन्द्रप्रभायै नमः ॥ चञ्चवे नमः ॥ चतुराश्रमपूजितायै नमः ॥ चित्यै नमः ॥ गोस्वरूपायै नमः ॥ गौतमाख्यमुनिस्तुतायै नमः ॥ गानप्रियायै नमः ॥ छद्मदैत्यविनाशिन्यै नमः ॥ जयायै नमः ॥ जयन्त्यै नमः ॥ जयदायै नमः ॥ जगत्त्रयहितैषिण्यै नमः ॥ जातरूपायै नमः ॥ ज्योत्स्नायै नमः ॥ जनतायै नमः ॥ तारायै नमः ॥ त्रिपदायै नमः ॥ तोमरायै नमः ॥ तुष्ट्यै नमः ॥ धनुर्धरायै नमः ॥ धेनुकायै नमः ॥ ध्वजिन्यै नमः ॥ धीरायै नमः ॥ धूलिध्वान्तहरायै नमः ॥ ध्वनये नमः ॥ ध्येयायै नमः ॥ धन्यायै नमः ॥ नौकायै नमः ॥ नीलमेघसमप्रभायै नमः ॥ नव्यायै नमः ॥ नीलाम्बरायै नमः ॥ नखज्वालायै नमः ॥ नलिन्यै नमः ॥ परात्मिकायै नमः ॥ परापवादसंहर्त्र्यै नमः ॥ पन्नगेन्द्रशयनायै नमः ॥ पतगेन्द्रकृतासनायै नमः ॥ पाकशासनायै नमः ॥ परशुप्रियायै नमः ॥ बलिप्रियायै नमः ॥ बलदायै नमः ॥ बालिकायै नमः ॥ बालायै नमः ॥ बदर्यै नमः ॥ बलशालिन्यै नमः ॥ बलभद्रप्रियायै नमः ॥ बुद्ध्यै नमः ॥ बाहुदायै नमः ॥ मुख्यायै नमः ॥ मोक्षदाअयै नमः ॥ मीनरूपिण्यै नमः ॥ यज्ञायै नमः ॥ यज्ञाङ्गायै नमः ॥ यज्ञकामदायै नमः ॥ यज्ञरूपायै नमः ॥ यज्ञकर्त्र्यै नमः ॥ रमण्यै नमः ॥ राममूर्त्यै नमः ॥ रागिण्यै नमः ॥ रागज्ञायै नमः ॥ रागवल्लभायै नमः ॥ रत्नगर्भायै नमः ॥ रत्नखन्यै नमः ॥ राक्षस्यै नमः ॥ लक्षणाढ्यायै नमः ॥ लोलार्कपरिपूजितायै नमः ॥ वेत्रवत्यै नमः ॥ विश्वेशायै नमः ॥ वीरमात्रे नमः ॥ वीरश्रियै नमः ॥ वैष्णव्यै नमः ॥ शुच्यै नमः ॥ श्रद्धायै नमः ॥ शोणाक्ष्यै नमः ॥ शेषवन्दितायै नमः ॥ शताक्षयै नमः ॥ हतदानवायै नमः ॥ हयग्रीवतनवे नमः ॥
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॥ॐ॥४॥
श्री गजलक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं

गजलक्ष्म्यै नमः ॥ अनन्तशक्त्यै नमः ॥ अज्ञेयायै नमः ॥ अणुरूपायै नमः ॥ अरुणाकृत्यै नमः ॥ अवाच्यायै नमः ॥ अनन्तरूपायै नमः ॥ अम्बुदायै नमः ॥ अम्बरसंस्थाङ्कायै नमः ॥ अशेषस्वरभूषितायै नमः ॥ इच्छायै नमः ॥ इन्दीवरप्रभायै नमः ॥ उमायै नमः ॥ ऊर्वश्यै नमः ॥ उदयप्रदायै नमः ॥ कुशावर्तायै नमः ॥ कामधेनवे नमः ॥ कपिलायै नमः ॥ कुलोद्भवायै नमः ॥ कुङ्कुमाङ्कितदेहायै नमः ॥ कुमार्यै नमः ॥ कुङ्कुमारुणायै नमः ॥ काशपुष्पप्रतीकाशायै नमः ॥ खलापहायै नमः ॥ खगमात्रे नमः ॥ खगाकृत्यै नमः ॥ गान्धर्वगीतकीर्त्यै नमः ॥ गेयविद्याविशारदायै नमः ॥ गम्भीरनाभ्यै नमः ॥ गरिमायै नमः ॥ चामर्यै नमः ॥ चतुराननायै नमः ॥ चतुःषष्टिश्रीतन्त्रपूजनीयायै नमः ॥ चित्सुखायै नमः ॥ चिन्त्यायै नमः ॥ गम्भीरायै नमः ॥ गेयायै नमः ॥ गन्धर्वसेवितायै नमः ॥ जरामृत्युविनाशिन्यै नमः ॥ जैत्र्यै नमः ॥ जीमूतसंकाशायै नमः ॥ जीवनायै नमः ॥ जीवनप्रदायै नमः ॥ जितश्वासायै नमः ॥ जितारातये नमः ॥ जनित्र्यै नमः ॥ तृप्त्यै नमः ॥ त्रपायै नमः ॥ तृषायै नमः ॥ दक्षपूजितायै नमः ॥ दीर्घकेश्यै नमः ॥ दयालवे नमः ॥ दनुजापहायै नमः ॥ दारिद्र्यनाशिन्यै नमः ॥ द्रवायै नमः ॥ नीतिनिष्ठायै नमः ॥ नाकगतिप्रदायै नमः ॥ नागरूपायै नमः ॥ नागवल्ल्यै नमः ॥ प्रतिष्ठायै नमः ॥ पीताम्बरायै नमः ॥ परायै नमः ॥ पुण्यप्रज्ञायै नमः ॥ पयोष्ण्यै नमः ॥ पम्पायै नमः ॥ पद्मपयस्विन्यै नमः ॥ पीवरायै नमः ॥ भीमायै नमः ॥ भवभयापहायै नमः ॥ भीष्मायै नमः ॥ भ्राजन्मणिग्रीवायै नमः ॥ भ्रातृपूज्यायै नमः ॥ भार्गव्यै नमः ॥ भ्राजिष्णवे नमः ॥ भानुकोटिसमप्रभायै नमः ॥ मातङ्ग्यै नमः ॥ मानदायै नमः ॥ मात्रे नमः ॥ मातृमण्डलवासिन्यै नमः ॥ मायायै नमः ॥ मायापुर्यै नमः ॥ यशस्विन्यै नमः ॥ योगगम्यायै नमः ॥ योग्यायै नमः ॥ रत्नकेयूरवलयायै नमः ॥ रतिरागविवर्धिन्यै नमः ॥ रोलम्बपूर्णमालायै नमः ॥ रमणीयायै नमः ॥ रमापत्यै नमः ॥ लेख्यायै नमः ॥ लावण्यभुवे नमः ॥ लिप्यै नमः ॥ लक्ष्मणायै नमः ॥ वेदमात्रे नमः ॥ वह्निस्वरूपधृषे नमः ॥ वागुरायै नमः ॥ वधुरूपायै नमः ॥ वालिहंत्र्यै नमः ॥ वराप्सरस्यै नमः ॥ शाम्बर्यै नमः ॥ शमन्यै नमः ॥ शांत्यै नमः ॥ सुन्दर्यै नमः ॥ सीतायै नमः ॥ सुभद्रायै नमः ॥ क्षेमङ्कर्यै नमः ॥ क्षित्यै नमः ॥
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॥ॐ॥५॥
श्री सन्तानलक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं

सन्तानलक्ष्म्यै नमः ॥ असुरघ्न्यै नमः ॥ अर्चितायै नमः ॥ अमृतप्रसवे नमः ॥ अकाररूपायै नमः ॥ अयोध्यायै नमः ॥ अश्विन्यै नमः ॥ अमरवल्लभायै नमः ॥ अखण्डितायुषे नमः ॥ इन्दुनिभाननायै नमः ॥ इज्यायै नमः ॥ इन्द्रादिस्तुतायै नमः ॥ उत्तमायै नमः ॥ उत्कृष्टवर्णायै नमः ॥ उर्व्यै नमः ॥ कमलस्रग्धरायै नमः ॥ कामवरदायै नमः ॥ कमठाकृत्यै नमः ॥ काञ्चीकलापरम्यायै नमः ॥ कमलासनसम्स्तुतायै नमः ॥ कम्बीजायै नमः ॥ कौत्सवरदायै नमः ॥ कामरूपनिवासिन्यै नमः ॥ खड्गिन्यै नमः ॥ गुणरूपायै नमः ॥ गुणोद्धतायै नमः ॥ गोपालरूपिण्यै नमः ॥ गोप्त्र्यै नमः ॥ गहनायै नमः ॥ गोधनप्रदायै नमः ॥ चित्स्वरूपायै नमः ॥ चराचरायै नमः ॥ चित्रिण्यै नमः ॥ चित्रायै नमः ॥ गुरुतमायै नमः ॥ गम्यायै नमः ॥ गोदायै नमः ॥ गुरुसुतप्रदायै नमः ॥ ताम्रपर्ण्यै नमः ॥ तीर्थमय्यै नमः ॥ तापस्यै नमः ॥ तापसप्रियायै नमः ॥ त्र्यैलोक्यपूजितायै नमः ॥ जनमोहिन्यै नमः ॥ जलमूर्त्यै नमः ॥ जगद्बीजायै नमः ॥ जनन्यै नमः ॥ जन्मनाशिन्यै नमः ॥ जगद्धात्र्यै नमः ॥ जितेन्द्रियायै नमः ॥ ज्योतिर्जायायै नमः ॥ द्रौपद्यै नमः ॥ देवमात्रे नमः ॥ दुर्धर्षायै नमः ॥ दीधितिप्रदायै नमः ॥ दशाननहरायै नमः ॥ डोलायै नमः ॥ द्युत्यै नमः ॥ दीप्तायै नमः ॥ नुत्यै नमः ॥ निषुम्भघ्न्यै नमः ॥ नर्मदायै नमः ॥ नक्षत्राख्यायै नमः ॥ नन्दिन्यै नमः ॥ पद्मिन्यै नमः ॥ पद्मकोशाक्ष्यै नमः ॥ पुण्डलीकवरप्रदायै नमः ॥ पुराणपरमायै नमः ॥ प्रीत्यै नमः ॥ भालनेत्रायै नमः ॥ भैरव्यै नमः ॥ भूतिदायै नमः ॥ भ्रामर्यै नमः ॥ भ्रमायै नमः ॥ भूर्भुवस्वः स्वरूपिण्यै नमः ॥ मायायै नमः ॥ मृगाक्ष्यै नमः ॥ मोहहंत्र्यै नमः ॥ मनस्विन्यै नमः ॥ महेप्सितप्रदायै नमः ॥ मात्रमदहृतायै नमः ॥ मदिरेक्षणायै नमः ॥ युद्धज्ञायै नमः ॥ यदुवंशजायै नमः ॥ यादवार्तिहरायै नमः ॥ युक्तायै नमः ॥ यक्षिण्यै नमः ॥ यवनार्दिन्यै नमः ॥ लक्ष्म्यै नमः ॥ लावण्यरूपायै नमः ॥ ललितायै नमः ॥ लोललोचनायै नमः ॥ लीलावत्यै नमः ॥ लक्षरूपायै नमः ॥ विमलायै नमः ॥ वसवे नमः ॥ व्यालरूपायै नमः ॥ वैद्यविद्यायै नमः ॥ वासिष्ठ्यै नमः ॥ वीर्यदायिन्यै नमः ॥ शबलायै नमः ॥ शांतायै नमः ॥ शक्तायै नमः ॥ शोकविनाशिन्यै नमः ॥ शत्रुमार्यै नमः ॥ शत्रुरूपायै नमः ॥ सरस्वत्यै नमः ॥ सुश्रोण्यै नमः ॥ सुमुख्यै नमः ॥ हावभूम्यै नमः ॥ हास्यप्रियायै नमः ॥
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॥ॐ॥६॥
श्री विजयलक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ क्लीं ॐ

विजयलक्ष्म्यै नमः ॥ अम्बिकायै नमः ॥ अम्बालिकायै नमः ॥ अम्बुधिशयनायै नमः ॥ अम्बुधये नमः ॥ अन्तकघ्न्यै नमः ॥ अन्तकर्त्र्यै नमः ॥ अन्तिमायै नमः ॥ अन्तकरूपिण्यै नमः ॥ ईड्यायै नमः ॥ इभास्यनुतायै नमः ॥ ईशानप्रियायै नमः ॥ ऊत्यै नमः ॥ उद्यद्भानुकोटिप्रभायै नमः ॥ उदाराङ्गायै नमः ॥ केलिपरायै नमः ॥ कलहायै नमः ॥ कान्तलोचनायै नमः ॥ काञ्च्यै नमः ॥ कनकधारायै नमः ॥ कल्यै नमः ॥ कनककुण्डलायै नमः ॥ खड्गहस्तायै नमः ॥ खट्वाङ्गवरधारिण्यै नमः ॥ खेटहस्तायै नमः ॥ गन्धप्रियायै नमः ॥ गोपसख्यै नमः ॥ गारुड्यै नमः ॥ गत्यै नमः ॥ गोहितायै नमः ॥ गोप्यायै नमः ॥ चिदात्मिकायै नमः ॥ चतुर्वर्गफलप्रदायै नमः ॥ चतुराकृत्यै नमः ॥ चकोराक्ष्यै नमः ॥ चारुहासायै नमः ॥ गोवर्धनधरायै नमः ॥ गुर्व्यै नमः ॥ गोकुलाभयदायिन्यै नमः ॥ तपोयुक्तायै नमः ॥ तपस्विकुलवन्दितायै नमः ॥ तापहारिण्यै नमः ॥ तार्क्षमात्रे नमः ॥ जयायै नमः ॥ जप्यायै नमः ॥ जरायवे नमः ॥ जवनायै नमः ॥ जनन्यै नमः ॥ जाम्बूनदविभूषायै नमः ॥ दयानिध्यै नमः ॥ ज्वालायै नमः ॥ जम्भवधोद्यतायै नमः ॥ दुःखहंत्र्यै नमः ॥ दान्तायै नमः ॥ द्रुतेष्टदायै नमः ॥ दात्र्यै नमः ॥ दीनर्तिशमनायै नमः ॥ नीलायै नमः ॥ नागेन्द्रपूजितायै नमः ॥ नारसिम्ह्यै नमः ॥ नन्दिनन्दायै नमः ॥ नन्द्यावर्तप्रियायै नमः ॥ निधये नमः ॥ परमानन्दायै नमः ॥ पद्महस्तायै नमः ॥ पिकस्वरायै नमः ॥ पुरुषार्थप्रदायै नमः ॥ प्रौढायै नमः ॥ प्राप्त्यै नमः ॥ बलिसम्स्तुतायै नमः ॥ बालेन्दुशेखरायै नमः ॥ बन्द्यै नमः ॥ बालग्रहविनाशन्यै नमः ॥ ब्राह्म्यै नमः ॥ बृहत्तमायै नमः ॥ बाणायै नमः ॥ ब्राह्मण्यै नमः ॥ मधुस्रवायै नमः ॥ मत्यै नमः ॥ मेधायै नमः ॥ मनीषायै नमः ॥ मृत्युमारिकायै नमः ॥ मृगत्वचे नमः ॥ योगिजनप्रियायै नमः ॥ योगाङ्गध्यानशीलायै नमः ॥ यज्ञभुवे नमः ॥ यज्ञवर्धिन्यै नमः ॥ राकायै नमः ॥ राकेन्दुवदनायै नमः ॥ रम्यायै नमः ॥ रणितनूपुरायै नमः ॥ रक्षोघ्न्यै नमः ॥ रतिदात्र्यै नमः ॥ लतायै नमः ॥ लीलायै नमः ॥ लीलानरवपुषे नमः ॥ लोलायै नमः ॥ वरेण्यायै नमः ॥ वसुधायै नमः ॥ वीरायै नमः ॥ वरिष्ठायै नमः ॥ शातकुम्भमय्यै नमः ॥ शक्त्यै नमः ॥ श्यामायै नमः ॥ शीलवत्यै नमः ॥ शिवायै नमः ॥ होरायै नमः ॥ हयगायै नमः ॥
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॥ॐ॥७॥
श्री विद्यालक्ष्मी नामावलिः ॥

ॐ ऐं ॐ

विद्यालक्ष्म्यै नमः ॥ वाग्देव्यै नमः ॥ परदेव्यै नमः ॥ निरवद्यायै नमः ॥ पुस्तकहस्तायै नमः ॥ ज्ञानमुद्रायै नमः ॥ श्रीविद्यायै नमः ॥ विद्यारूपायै नमः ॥ शास्त्रनिरूपिण्यै नमः ॥ त्रिकालज्ञानायै नमः ॥ सरस्वत्यै नमः ॥ महाविद्यायै नमः ॥ वाणिश्रियै नमः ॥ यशस्विन्यै नमः ॥ विजयायै नमः ॥ अक्षरायै नमः ॥ वर्णायै नमः ॥ पराविद्यायै नमः ॥ कवितायै नमः ॥ नित्यबुद्धायै नमः ॥ निर्विकल्पायै नमः ॥ निगमातीतायै नमः ॥ निर्गुणरूपायै नमः ॥ निष्कलरूपायै नमः ॥ निर्मलायै नमः ॥ निर्मलरूपायै नमः ॥ निराकारायै नमः ॥ निर्विकारायै नमः ॥ नित्यशुद्धायै नमः ॥ बुद्ध्यै नमः ॥ मुक्त्यै नमः ॥ नित्यायै नमः ॥ निरहङ्कारायै नमः ॥ निरातङ्कायै नमः ॥ निष्कलङ्कायै नमः ॥ निष्कारिण्यै नमः ॥ निखिलकारणायै नमः ॥ निरीश्वरायै नमः ॥ नित्यज्ञानायै नमः ॥ निखिलाण्डेश्वर्यै नमः ॥ निखिलवेद्यायै नमः ॥ गुणदेव्यै नमः ॥ सुगुणदेव्यै नमः ॥ सर्वसाक्षिण्यै नमः ॥ सच्चिदानन्दायै नमः ॥ सज्जनपूजितायै नमः ॥ सकलदेव्यै नमः ॥ मोहिन्यै नमः ॥ मोहवर्जितायै नमः ॥ मोहनाशिन्यै नमः ॥ शोकायै नमः ॥ शोकनाशिन्यै नमः ॥ कालायै नमः ॥ कालातीतायै नमः ॥ कालप्रतीतायै नमः ॥ अखिलायै नमः ॥ अखिलनिदानायै नमः ॥ अजरामरायै नमः ॥ अजहितकारिण्यै नमः ॥ त्रिग़ुणायै नमः ॥ त्रिमूर्त्यै नमः ॥ भेदविहीनायै नमः ॥ भेदकारणायै नमः ॥ शब्दायै नमः ॥ शब्दभण्डारायै नमः ॥ शब्दकारिण्यै नमः ॥ स्पर्शायै नमः ॥ स्पर्शविहीनायै नमः ॥ रूपायै नमः ॥ रूपविहीनायै नमः ॥ रूपकारणायै नमः ॥ रसगन्धिन्यै नमः ॥ रसविहीनायै नमः ॥ सर्वव्यापिन्यै नमः ॥ मायारूपिण्यै नमः ॥ प्रणवलक्ष्म्यै नमः ॥ मात्रे नमः ॥ मातृस्वरूपिण्यै नमः ॥ ह्रीङ्कार्यै ॐकार्यै नमः ॥ शब्दशरीरायै नमः ॥ भाषायै नमः ॥ भाषारूपायै नमः ॥ गायत्र्यै नमः ॥ विश्वायै नमः ॥ विश्वरूपायै नमः ॥ तैजसे नमः ॥ प्राज्ञायै नमः ॥ सर्वशक्त्यै नमः ॥ विद्याविद्यायै नमः ॥ विदुषायै नमः ॥ मुनिगणार्चितायै नमः ॥ ध्यानायै नमः ॥ हंसवाहिन्यै नमः ॥ हसितवदनायै नमः ॥ मन्दस्मितायै नमः ॥ अम्बुजवासिन्यै नमः ॥ मयूरायै नमः ॥ पद्महस्तायै नमः ॥ गुरुजनवन्दितायै नमः ॥ सुहासिन्यै नमः ॥ मङ्गलायै नमः ॥ वीणापुस्तकधारिण्यै नमः ॥
==
॥ॐ॥८॥
श्री ऐश्वर्यलक्ष्मी नामावलिः ॥

श्रीं श्रीं श्रीं ॐ

ऐश्वर्यलक्ष्म्यै नमः ॥ अनघायै नमः ॥ अलिराज्यै नमः ॥ अहस्करायै नमः ॥ अमयघ्न्यै नमः ॥ अलकायै नमः ॥ अनेकायै नमः ॥ अहल्यायै नमः ॥ आदिरक्षणायै नमः ॥ इष्टेष्टदायै नमः ॥ इन्द्राण्यै नमः ॥ ईशेशान्यै नमः ॥ इन्द्रमोहिन्यै नमः ॥ उरुशक्त्यै नमः ॥ उरुप्रदायै नमः ॥ ऊर्ध्वकेश्यै नमः ॥ कालमार्यै नमः ॥ कालिकायै नमः ॥ किरणायै नमः ॥ कल्पलतिकायै नमः ॥ कल्पस्ंख्यायै नमः ॥ कुमुद्वत्यै नमः ॥ काश्यप्यै नमः ॥ कुतुकायै नमः ॥ खरदूषणहंत्र्यै नमः ॥ खगरूपिण्यै नमः ॥ गुरवे नमः ॥ गुणाध्यक्षायै नमः ॥ गुणवत्यै नमः ॥ गोपीचन्दनचर्चितायै नमः ॥ हङ्गायै नमः ॥ चक्षुषे नमः ॥ चन्द्रभागायै नमः ॥ चपलायै नमः ॥ चलत्कुण्डलायै नमः ॥ चतुःषष्टिकलाज्ञानदायिन्यै नमः ॥ चाक्षुषी मनवे नमः ॥ चर्मण्वत्यै नमः ॥ चन्द्रिकायै नमः ॥ गिरये नमः ॥ गोपिकायै नमः ॥ जनेष्टदायै नमः ॥ जीर्णायै नमः ॥ जिनमात्रे नमः ॥ जन्यायै नमः ॥ जनकनन्दिन्यै नमः ॥ जालन्धरहरायै नमः ॥ तपःसिद्ध्यै नमः ॥ तपोनिष्ठायै नमः ॥ तृप्तायै नमः ॥ तापितदानवायै नमः ॥ दरपाणये नमः ॥ द्रग्दिव्यायै नमः ॥ दिशायै नमः ॥ दमितेन्द्रियायै नमः ॥ दृकायै नमः ॥ दक्षिणायै नमः ॥ दीक्षितायै नमः ॥ निधिपुरस्थायै नमः ॥ न्यायश्रियै नमः ॥ न्यायकोविदायै नमः ॥ नाभिस्तुतायै नमः ॥ नयवत्यै नमः ॥ नरकार्तिहरायै नमः ॥ फणिमात्रे नमः ॥ फलदायै नमः ॥ फलभुजे नमः ॥ फेनदैत्यहृते नमः ॥ फुलाम्बुजासनायै नमः ॥ फुल्लायै नमः ॥ फुल्लपद्मकरायै नमः ॥ भीमनन्दिन्यै नमः ॥ भूत्यै नमः ॥ भवान्यै नमः ॥ भयदायै नमः ॥ भीषणायै नमः ॥ भवभीषणायै नमः ॥ भूपतिस्तुतायै नमः ॥ श्रीपतिस्तुतायै नमः ॥ भूधरधरायै नमः ॥ भुतावेशनिवासिन्यै नमः ॥ मधुघ्न्यै नमः ॥ मधुरायै नमः ॥ माधव्यै नमः ॥ योगिन्यै नमः ॥ यामलायै नमः ॥ यतये नमः ॥ यन्त्रोद्धारवत्यै नमः ॥ रजनीप्रियायै नमः ॥ रात्र्यै नमः ॥ राजीवनेत्रायै नमः ॥ रणभूम्यै नमः ॥ रणस्थिरायै नमः ॥ वषट्कृत्यै नमः ॥ वनमालाधरायै नमः ॥ व्याप्त्यै नमः ॥ विख्यातायै नमः ॥ शरधन्वधरायै नमः ॥ श्रितये नमः ॥ शरदिन्दुप्रभायै नमः ॥ शिक्षायै नमः ॥ शतघ्न्यै नमः ॥ शांतिदायिन्यै नमः ॥ ह्रीं बीजायै नमः ॥ हरवन्दितायै नमः ॥ हालाहलधरायै नमः ॥ हयघ्न्यै नमः ॥ हंसवाहिन्यै नमः ॥

==
॥ॐ॥
अथ श्री महालक्ष्म्याः रहस्य नामावलिः ॥

श्रीं ह्रीं क्लीं
नामावलिः ॥
महालक्ष्म्यै नमः ॥ मन्त्रलक्ष्म्यै नमः ॥ मायालक्ष्म्यै नमः ॥ मतिप्रदायै नमः ॥ मेधालक्ष्म्यै नमः ॥ मोक्षलक्ष्म्यै नमः ॥ महीप्रदायै नमः ॥ वित्तलक्ष्म्यै नमः ॥ मित्रलक्ष्म्यै नमः ॥ मधुलक्ष्म्यै नमः ॥ कान्तिलक्ष्म्यै नमः ॥ कार्यलक्ष्म्यै नमः ॥ कीर्तिलक्ष्म्यै नमः ॥ करप्रदायै नमः ॥ कन्यालक्ष्म्यै नमः ॥ कोशलक्ष्म्यै नमः ॥ काव्यलक्ष्म्यै नमः ॥ कलाप्रदायै नमः ॥ गजलक्ष्म्यै नमः ॥ गन्धलक्ष्म्यै नमः ॥ गृहलक्ष्म्यै नमः ॥ गुणप्रदायै नमः ॥ जयलक्ष्म्यै नमः ॥ जीवलक्ष्म्यै नमः ॥ जयप्रदायै नमः ॥ दानलक्ष्म्यै नमः ॥ दिव्यलक्ष्म्यै नमः ॥ द्वीपलक्ष्म्यै नमः ॥ दयाप्रदायै नमः ॥ धनलक्ष्म्यै नमः ॥ धेनुलक्ष्म्यै नमः ॥ धनप्रदायै नमः ॥ धर्मलक्ष्म्यै नमः ॥ धैर्यलक्ष्म्यै नमः ॥ द्रव्यलक्ष्म्यै नमः ॥ धृतिप्रदायै नमः ॥ नभोलक्ष्म्यै नमः ॥ नादलक्ष्म्यै नमः ॥ नेत्रलक्ष्म्यै नमः ॥ नयप्रदायै नमः ॥ नाट्यलक्ष्म्यै नमः ॥ नीतिलक्ष्म्यै नमः ॥ नित्यलक्ष्म्यै नमः ॥ निधिप्रदायै नमः ॥ पूर्णलक्ष्म्यै नमः ॥ पुष्पलक्ष्म्यै नमः ॥ पशुप्रदायै नमः ॥ पुष्टिलक्ष्म्यै नमः ॥ पद्मलक्ष्म्यै नमः ॥ पूतलक्ष्म्यै नमः ॥ प्रजाप्रदायै नमः ॥ प्राणलक्ष्म्यै नमः ॥ प्रभालक्ष्म्यै नमः ॥ प्रज्ञालक्ष्म्यै नमः ॥ फलप्रदायै नमः ॥ बुधलक्ष्म्यै नमः ॥ बुद्धिलक्ष्म्यै नमः ॥ बललक्ष्म्यै नमः ॥ बहुप्रदायै नमः ॥ भाग्यलक्ष्म्यै नमः ॥ भोगलक्ष्म्यै नमः ॥ भुजलक्ष्म्यै नमः ॥ भक्तिप्रदायै नमः ॥ भावलक्ष्म्यै नमः ॥ भीमलक्ष्म्यै नमः ॥ भूर्लक्ष्म्यै नमः ॥ भूषणप्रदायै नमः ॥ रूपलक्ष्म्यै नमः ॥ राज्यलक्ष्म्यै नमः ॥ राजलक्ष्म्यै नमः ॥ रमाप्रदायै नमः ॥ वीरलक्ष्म्यै नमः ॥ वार्धिकलक्ष्म्यै नमः ॥ विद्यालक्ष्म्यै नमः ॥ वरलक्ष्म्यै नमः ॥ वर्षलक्ष्म्यै नमः ॥ वनलक्ष्म्यै नमः ॥ वधूप्रदायै नमः ॥ वर्णलक्ष्म्यै नमः ॥ वश्यलक्ष्म्यै नमः ॥ वाग्लक्ष्म्यै नमः ॥ वैभवप्रदायै नमः ॥ शौर्यलक्ष्म्यै नमः ॥ शांतिलक्ष्म्यै नमः ॥ शक्तिलक्ष्म्यै नमः ॥ शुभप्रदायै नमः ॥ श्रुतिलक्ष्म्यै नमः ॥ शास्त्रलक्ष्म्यै नमः ॥ श्रीलक्ष्म्यै नमः ॥ शोभनप्रदायै नमः ॥ स्थिरलक्ष्म्यै नमः ॥ सिद्धिलक्ष्म्यै नमः ॥ सत्यलक्ष्म्यै नमः ॥ सुधाप्रदायै नमः ॥ सैन्यलक्ष्म्यै नमः ॥ सामलक्ष्म्यै नमः ॥ सस्यलक्ष्म्यै नमः ॥ सुतप्रदायै नमः ॥ साम्राज्यलक्ष्म्यै नमः ॥ सल्लक्ष्म्यै नमः ॥ ह्रीलक्ष्म्यै नमः ॥ आढ्यलक्ष्म्यै नमः ॥ आयुर्लक्ष्म्यै नमः ॥ आरोग्यदायै नमः ॥ श्री महालक्ष्म्यै नमः ॥ ॥ॐ॥ अथ श्री क्षिप्र फलप्रद धनलक्ष्मी स्तोत्र ॥नमः ॥ सर्व स्वरूपे च नमो कल्याणदायिके . महासम्पत्प्रदे देवि धनदायै नमोऽस्तुते ॥महाभोगप्रदे देवि महाकामप्रपूरिते . सुखमोक्षप्रदे देवि धनदायै नमोऽस्तुते ॥ब्रह्मरूपे सदानन्दे सच्चिदानन्दरूपिणी . धृतसिद्धिप्रदे देवि धनदायै नमोऽस्तुते ॥उद्यत्सूर्यप्रकाशाभे उद्यदादित्यमण्डले . शिवतत्वप्रदे देवि धनदायै नमोऽस्तुते ॥शिवरूपे शिवानन्दे कारणानन्दविग्रहे . विश्वसंहाररूपे च धनदायै नमोऽस्तुते ॥पञ्चतत्वस्वरूपे च पञ्चाचारसदारते . साधकाभीष्टदे देवि धनदायै नमोऽस्तुते ॥श्रीं ॐ ॥ॐ श्री ललिता महात्रिपुरसुन्दरी पराभट्टारिका . समेताय श्री चन्द्रमौळीश्वर परब्रह्मणे नमः ॥

॥जय जय शङ्कर हर हर शङ्कर ॥  

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Last Updated : May 24, 2021

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