हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार|
सूर्य -सोममें , वायु -व्य...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - सूर्य -सोममें , वायु -व्य...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।

सूर्य-सोममें, वायु-व्योममें, सलिल-धार, धरनीमें तुम ।

सुत-कलत्रमें, पुष्प-पत्रमें, स्वर्ण अश्म-अरणीमें तुम ॥

शत्रु-मित्रमें, सुख-अमर्षमें, अनल अतल सागरमें तुम ।

सबमें, सभी दिशामें छाये केवल हे नटनागर ! तुम ॥

N/A

References : N/A
Last Updated : September 25, 2008

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP