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मन , कछु वा दिनकि सुधि रा...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - मन , कछु वा दिनकि सुधि रा...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।

मन, कछु वा दिनकि सुधि राख ।

जा दिन तेरे तनु-दुकानकी उठि जैहैं सब साख ॥

इंद्रिय सकल न मानहिम अनुमति छोड़ चलै सब साथ ।

सुत, परिवार, नारि नहिं कोऊ पूछैं दुखकी गाथ ॥

वारँट लै जमदूत आइ तोहि पकरि बाँध लै जाय ।

कोउ न बनै सहाय काल तिहि देखत ही रहि जाय ॥

जमके कारागार नरक महँ अतिसय संकट पाय ।

बार-बार करनी सुमिरन करि सिर धुनि-धुनि पछिताय ॥

जो यहि दुखतें उबरो चाहै, तो हरि नाम पुकार ।

राम-नाम ते मिटैम सकल दुख, मिलै परम सुख सार ॥

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Last Updated : May 24, 2008

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