मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख १४ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख १४ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख १४ Translation - भाषांतर [आरंभी फार्शी मजकूर] श.१५१७ माघ व. ४इ.१५९६ फेब्रु.७ई कौलनामे अजदीवाण मामले मुर्तजाबाद उरुफ त॥ पदाजी बाबाजी खेत्री खोत सिलोतरी खारियाहा बीत॥खार ढेरण तपे श्रीगौ खार सिरवली तपे परहूर खार चिचोली तपे परहूर व ब॥ पीरजादेसु॥ सीत तिसैन व तिसा मैया कारणे दादे कौलनामा यैसा जे सुडक ठाकूर अदिकारी मामले मज॥ माळुम केले जे फिरगीयांचे फितरती साले तीन जाली त्याकरितां खार मजकुरीच्या प्रजा कितेक फिरगी बंद नेळया व कितेक परागंदा व गैयाल व मयेत जाल्या साले तीन दरियाचे पाणी येउनु तमाम बाध व खाडिया व सीले फुटोन खांजण जाली आहे ती हाली बाधावया मबलगा पैका पाहिजे व खार ढेरण पेसजी बद्ल मुस्याहिरा क्रुस्णाजी तबीबराऊ नामजाद खेडदुर्ग त्यासी तनखा होता त्याचे फर्मानी देखील मवाजे बेरीज सगीन होती म्हणौन त्याची तकसीमदार मजकुरावरी लारी ३४ पाहिजती घातलिया होत्बा हाली तनखा दूर जाहाला व खारियाहा मज॥ मुतलख खराबा होउनु खाजण जाली होती त्यासु .... न बाकी कदीम सिलोतरी बेरीज म॥ ३ साला इस्तवेप्रमाणे देणे पेस्तर कदीम सिलोतरी बेरीज देत जाइजे यैसा कौल मर्हामत जालेया नफर मज॥ पैका खर्च करुन खारीयाहा मज॥-दीस्त करील माळुम जाले .... वरुन कौलनामा खादीर केला असे खार ढेरणावरी बदल तन ... जाजती ळारि ३४ चढिल्या होत्या त्या दूर केलिया असती बाकी .... सिलोतरी बेरीज मुकासी साला अज ई॥ सीत तिसैन त॥ सन समान तिसैन इस्तवेप्रमाणे झडती कीजे बी त॥ खार ढेरण तपे श्रीगौ देखील जाजती बेरीज आज ळारि गला कल मुडे ४७॥ ६(नक) द जाजती बेरीज बदल तनखाकृस्णाजी तबीबराऊ चढिली होती ते दूर केली लारी ३४ बाकीळारि गला कल १३॥ ६महसूल गला कल मुडे कारुक लारि ६ ११अखताना लारी २॥यासि इतावा सन सबा सन सीत लारि गला कल लारि गला कल ६ ४४॥ २सन समान ळारि गला मुडे१३॥ ६खार सिरेली तपे परहूर गला कल खडि॥यासि इस्तावासन सीत कुडो१३॥ ॥सन सबा कुडो ।६॥१सन समान खडि-॥-खार चिचौली ळारि गला कल५ ३ १६महसूल गला कल कालक लारी ४मुडे ३ १६असताना लारी यासि इस्तावा १सन सीत ळारि गला १॥१० १०५।.॥सन समान ळारि गला ५ ३०१६सन सबा ळारि गला कल ६ २०१०॥।सन समानळारि गला५ ३०१६येण्हे कौले सदरहु इस्तावेप्रमाणे उगवणी कीजे पेस्तर कदीम सिलोतरी दे [णे] साल दरसाल सालाबाद देत जाइजे खारियाह॥ मज॥ बदिस्त क ....... ई मामुरी कीजे कोण्हे बाबे ताळुक अदेसा न कीजे [फा.अक्षरें]तेरीख २ जमादिलाखर N/A References : N/A Last Updated : February 11, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP