मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख ७ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख ७ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख ७ Translation - भाषांतर श. १४९७ फाल्गुन व. १४इ. १५७६ फेब्रु. २८[वाटोळ्या फार्शी शिक्यांत] १०४२ .... बिन काजी हुसैन खादिम शरअ हैफर अलीमुस्तकवी [व त्याखालीं] नकलुलं अस्ल ताळिकयासि साख रामेस्वर व चीवनेस्वर व हेलेस्वरस्वस्ती श्री सके १४९७ युवा संवसरे फालगुण वद चतुर्दशी सोमे ते दिनी रामाजी वाघो पंडित देसाई मामले मुर्तजाबाद उरुक चेऊलु सु॥ सति सर्बेन व तिसा मय्या कारणे आपाजी माहादप्रभु देसाईं कुलकरणी मामलें मजकरु यासि लेहोनु दिधले यैसे जे आजचे दिवसापासुनु येकोपा केला तो पुढें उतरोतर चालवणे जे काही दिवाणकाम असेल ते तुमचे तुम्ही खावे व आमचे आम्ही खावे यापुढे तुम्ही व आम्ही ततबीरकरितां जे काही दिवाणीतुनु वेतन काढुनु ते अर्ध तुमचे व अर्ध आमचे व नवगाव पालणुक पटिया आजाजीत काढून ते आपले तुमसी निसबती नाही दिसमधें खर्चवेच व जे पडेल पेसजी चालते तेण्हेप्रमाणे चालवणे येक येकाचे बरे वाइटास येक येकास अंतर न देणे मदत करणे येक येकाची चाहाडी करी तो माहाराचे वीर्याचा सहस्त रामाजी वाघोपंत देसाई [फा. मोर्तब]साखेपत्रप्रमाणे साखे मालोबा सेटिया पत्रप्रमाणे सासे दामाजी बाबजीप्रभुपत्रप्रमाणे साखे देउजी गागप्रभु[पत्रामागें ‘आपाजी व रामाजी यांचे येकोपेयाचे पत्र’ हा शेरा] N/A References : N/A Last Updated : February 11, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP