मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख ९७ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख ९७ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख ९७ Translation - भाषांतर श्रीगगोविंद श्री स्त्रये चिरजीवित अखडित लक्षमी आलकृत राजमान्ये राजेश्री विसाजी कुंमदेऊ सुभेदार तो चेऊळ - प्रती कवीर्द्रा गोसावी - आश्रीवाद विसेखु आपाजी ताउजी व तथा बाळाजी ताऊजी हे दोघे बधु देसाई देसकुलकर्णी मामले चेऊल हे दोघे दर सद्रे (?) बहुत दिवस झगडतात त्यामध्ये बाळाजी ताउजी हा बहुत जोरावरी करितो हे आम्हास ठाऊके जाळे आहे तरी यैसेयास त्या दोघा जणाचा न्येये हुजूर आलेयाखेरीज काहीं चुकत नाही तरी त्ये उभेयेतास किले रायेगडीं पाठवणे त्याचा न्यये सरकारकून व आम्ही मिळोन न्येये करुन ज्याचा काही आन्येये असल त्यांसच येथे सजा आहाडोन तरी बहुत सिताबीने येथे रवाना करणे येक घडीचा उजूर न करणे श्री N/A References : N/A Last Updated : February 27, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP