मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख १७ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख १७ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख १७ Translation - भाषांतर श.१५२४ चैत्र शु. १५इ. १६०२ एप्रील ७दसमत तिमाजी नागोजी देसाई व कुलकरणी मामले मुर्जजाबाद ऊरफ चेऊल सु॥ सन इसने अलफ कारणे मसुरल राजेश्री पदाजी बाबाजी खेत्री स॥ कोट खेदाडे याशि आपले आत्मसुखे कतबा लेहोनु दीधला यैसाजे तुम्हापासुनु कर्ज घेतले लारी त्र्या (णौ) याशि मुदती १० माहा इ॥। सौवाल उर्फ माहे चैत्र त॥ माहे रजबु उर्फ पूस सन अलफ हे मुदतीसी सदरहु पैकेयाचा उसूल येथील ब॥ खरीखतन .... मौजे आगरसुरे सन सलास पैकीं झडती करणे जरी आगरसुरेयाचे येथला मधे उसूल नव्हेल तरी आपण झडती करणे आपला कतबा सही लारी तिराणौ ९३००गौही [तीन अस्पष्ट सह्या]तेरीख १३ सौवालु.[समासांत] तिमाजी नागोजी देसकुलकरणी खु॥ N/A References : N/A Last Updated : February 11, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP