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खिद
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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खिद्
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
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repine
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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harassed
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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fag
Meanings: 9; in Dictionaries: 4
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fatigued
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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condole
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
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weary
Meanings: 11; in Dictionaries: 4
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flag
Meanings: 16; in Dictionaries: 5
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अष्टावक्र गीता - अध्याय १६
Ashtavakra gita is a perfect moral of life. Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.The Ashtavakra Gita is an Advaita Vedanta scripture which documents a dialogue between the Perfect Master Ashatavakra and Janaka, the King of Mithila.
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sorrow
Meanings: 14; in Dictionaries: 4
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regret
Meanings: 13; in Dictionaries: 6
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repent
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
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वैराग्यप्रकरणम् - सर्गः २३
योगवासिष्ठः
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मुमुक्षुवैराग्यप्रकरणम् - सर्ग तेविसावा
‘ योगवासिष्ठ ’ एक प्राचीन ग्रंथ. Yoga Vasistha is famous as one of the historically popular and influential texts of Hinduism.
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उत्तरभागः - अध्यायः ६
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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भूमिखंडः - अध्यायः १५
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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melancholy
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
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jade
Meanings: 17; in Dictionaries: 7
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languish
Meanings: 10; in Dictionaries: 3
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mourn
Meanings: 14; in Dictionaries: 4
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grieve
Meanings: 12; in Dictionaries: 4
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उपशमप्रकरणम् - सर्गः ७७
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः १
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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शृङ्गारप्रवाहः - सुभाषित ६२१ - ६४०
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः २६
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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knock
Meanings: 23; in Dictionaries: 7
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खण्डः २ - अध्यायः ०२८
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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अध्याय ३४३ - शब्दालङ्काराः
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः १२७
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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उपशमप्रकरणम् - सर्गः १४
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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विवेकचूडामणीः - श्लोक संग्रह ५०१-५५०
Vivekachudamani is a Adhyatmik grantha. It is Adhyatmik dialogue between an ardent seeker and his Guru,Shankaracharya.
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द्वारकाखण्डः - अध्यायः १५
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ८४
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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labor
Meanings: 22; in Dictionaries: 3
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वेणीसंहारः - प्रथमोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
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श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय ४१
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
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मनोबोधः - श्लोक १ ते ५०
संत रामदास महाराजांची मनोबोध अशी रचना आहे, ज्यातून मनावर संस्कार घडविले जातात.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २८५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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उपशमप्रकरणम् - सर्गः ७४
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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पूर्वभागः - अध्यायः ८८
अठरा पुराणांमध्ये भगवान् शंकराची महान महिमा लिंगपुराणात वर्णिलेली आहे. यात ११००० श्लोक आहेत. प्रथम योग आणि नंतर कल्प असे विवेचन गुरू वेदव्यास यांनी या पुराणात सांगितले आहे. हा शिव पुराणाच पूरक ग्रंथ आहे.
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सुहृद्-भेदः - कथा ८
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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अष्टावक्र गीता - अध्याय १८
Ashtavakra gita is a perfect moral of life. Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.The Ashtavakra Gita is an Advaita Vedanta scripture which documents a dialogue between the Perfect Master Ashatavakra and Janaka, the King of Mithila.
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भूमिखंडः - अध्यायः ५३
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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उद्दीपनविभावप्रकरणं
रूपगोस्वामी ह्या महान विद्वानाने रचलेला महान् ग्रंथ उज्ज्वलनीलमणिः होय.
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १२५
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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नायिकाभेदप्रकरणम्
रूपगोस्वामी ह्या महान विद्वानाने रचलेला महान् ग्रंथ उज्ज्वलनीलमणिः होय.
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स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - द्वादशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १२७
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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पातालखण्डः - अध्यायः ११७
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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