-
संत तुकाराम गाथा - संदर्भ
tukaram, gatha, abhang, sant, तुकाराम, गाथा, संत, अभंग,
Type: PAGE | Rank: 0.8988524 | Lang: NA
-
marathi
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8192692 | Lang: NA
-
non marathi speaking area
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8192692 | Lang: NA
-
एडका
एडका अभंग Abhang
Type: PAGE | Rank: 0.7745793 | Lang: NA
-
गौळण
गौळण अभंग Abhang
Type: PAGE | Rank: 0.7745793 | Lang: NA
-
दळण
दळण अभंग Abhang
Type: PAGE | Rank: 0.7745793 | Lang: NA
-
अभंग संग्रह आणि पदे
अभंग संग्रह Abhang is form of devotional poetry sung in praise of the Hindu god Krishna , also known as Vithala and Vithoba . Abhangs were first sung by Tukaram in his native language, Marathi . Tukaram was a seventeenth century poet, who lived in a town named Dehu , which is located near modern day Pune . He was a popular poet and was a leading figure in the Bhakti Movement of the time, that sought to put the emphasis back on devotion and love towards god, in contrast to blind obedience of rituals and arcane religious practices.
Type: INDEX | Rank: 0.6956899 | Lang: NA
-
भक्तिपर अभंग - ५५ ते ६०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्री. मयुरानंद धारामृत - अध्याय चौथा
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
निर्याणाचे अभंग - १७१ ते १८०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - २२१ ते २३०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - २७१ ते २८०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
पाळणा ( जोगी )
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
करूणापर अभंग - ५३१ ते ५४४
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - ४५६ ते ४६९
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
भक्तिपर अभंग - ८१ ते ९०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
अभंग - ४२७
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्री. मयुरानंद धारामृत - अध्याय आठवा
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
मनबोधाचे अभंग - ३१९ ते ३२६
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - १९६ ते २००
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संत श्रीरोहिदासांची पदे - १ ते ५
संत रोहिदास (इ.स. १३७६ - इ.स. १५२७) हे मध्ययुगीन भारतातील हिंदू संत होते. यांच्या गुरूंचे नाव रामानंद स्वामी होते. कबीर यांचे समकालीन होत; तर मीराबाई यांच्या शिष्या होत्या.
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
अभंग - ५४७ ते ५६०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - ४३४ ते ४४५
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्री. मयुरानंद धारामृत - अध्याय पहिला
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
भूत - ३४५ ते ३४९
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्रीज्ञानेश्वरमहाराजांचे अप्रसिद्ध पद
इ. स. १९४२-४४ च्या सुमारास या भजनात भाव घेणारा एक भजनकरी ‘ बोधाच्या मदनात ’ हे ज्ञानेश्वरमहाराजांचे पद म्हणत असे.
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
हुंबरी
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्लोक - ३२७ ते ३३७
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
अनुतापपर अभंग - १२१ ते १३०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
भक्तिपर अभंग - ६१ ते ७०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
आत्मलिंग चंद्रशेखराची आरती
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संत जगमित्र नागाचे अभंग
संत जगमित्र नागाचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
अभंग - ४०१ ते ४०७
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्री मयुरानंद धारामृत
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा. i
Type: INDEX | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्लोक - ५१ ते ५४
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
फुगडी
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
स्फुट अभंग - ५७५ ते ५८६
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संशोधनातून नवीन मिळालेले अप्रकाशित अभंग
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्रीमयुरानंद स्वामींची आरती
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संत श्रीरोहिदासांची पदे - ७३ ते ७८
संत रोहिदास (इ.स. १३७६ - इ.स. १५२७) हे मध्ययुगीन भारतातील हिंदू संत होते. यांच्या गुरूंचे नाव रामानंद स्वामी होते. कबीर यांचे समकालीन होत; तर मीराबाई यांच्या शिष्या होत्या.
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
अभंग - ४०८ ते ४२०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
आत्मनिवेदन
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
श्री. मयुरानंद धारामृत - अध्याय तिसरा
श्री. मयुरानंद सरस्वती उमराळे चरित्रगाथा
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
डफगाणे - ६०८ ते ६१५
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संत श्रीरोहिदासांची पदे
संत रोहिदास (इ.स. १३७६ - इ.स. १५२७) हे मध्ययुगीन भारतातील हिंदू संत होते. यांच्या गुरूंचे नाव रामानंद स्वामी होते. कबीर यांचे समकालीन होत; तर मीराबाई यांच्या शिष्या होत्या.
Type: INDEX | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ओव्या - ५७१ ते ५७४
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
ज्ञानपर अभंग - २०१ ते २१०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
करूणापर अभंग - ४८१ ते ४९०
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
करूणापर अभंग - ४९१ ते ५००
संत बहेणाबाईचे अभंग
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA
-
संत श्रीरोहिदासांची पदे - २२ ते २६
संत रोहिदास (इ.स. १३७६ - इ.स. १५२७) हे मध्ययुगीन भारतातील हिंदू संत होते. यांच्या गुरूंचे नाव रामानंद स्वामी होते. कबीर यांचे समकालीन होत; तर मीराबाई यांच्या शिष्या होत्या.
Type: PAGE | Rank: 0.6405647 | Lang: NA