हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|तुलसीदास कृत दोहावली| भाग १५ तुलसीदास कृत दोहावली भाग १ भाग २ भाग ३ भाग ४ भाग ५ भाग ६ भाग ७ भाग ८ भाग ९ भाग १० भाग ११ भाग १२ भाग १३ भाग १४ भाग १५ भाग १६ भाग १७ भाग १८ भाग १९ भाग २० भाग २१ भाग २२ भाग २३ भाग २४ भाग २५ तुलसीदास कृत दोहावली - भाग १५ रामभक्त श्रीतुलसीदास सन्त कवि आणि समाज सुधारक होते. तुलसीदास भारतातील भक्ति काव्य परंपरेतील एक महानतम कवि होत. Tags : dohavalidohetulsidasतुलसीदासदोहावलीदोहे भाग १५ Translation - भाषांतर दानी और याचकका स्वभावरुचै मागनेहि मागिबो तुलसी दानिहि दानु ।आलस अनख न आचरज प्रेम पिहानी जानु ॥प्रेम और वैर ही अनुकुलता और प्रतिकूलतामें हेतु हैंअमिअ गारि गारेउ गरल गारि कीन्ह करतार ।प्रेम बैर की जननि जुग जानहिं बुध न गवाँर ॥स्मरण और प्रिय भाषण ही प्रेमकी निशानी हैसदा न जे सुमिरत रहहिं मिलि न कहहिं प्रिय बैन ।ते पै तिन्ह के जाहिं घर जिन्ह के हिएँ न नैन ॥स्वार्थ ही अच्छाई-बुराईका मानदण्ड हैंहित पुनीत सब स्वारथहिं अरि असुद्ध बिनु चाड़ ।निज मुख मानिक सम दसन भूमि परे ते हाड़ ॥संसारमें प्रेममार्गके अधिकारी बिरले ही हैंमाखी काक उलूक बक दादुर से भए लोग ।भले ते सुक पिक मोरसे कोउ न प्रेम पथ जोग ॥कलियुगमें कपटकी प्रधानताहृदयँ कपट बर बेष धरि बचन कहहिं गढ़ि छोलि ।अब के लोग मयूर ज्यों क्यों मिलिए मन खोलि ॥कपट अन्ततक नहीं निभताचरन चोंच लोचन रँगौ चलौ मराली चाल ।छीर नीर बिबरन समय बक उघरत तेहि काल ॥कुटिल मनुष्य अपनी कुटिलताको नहीं छोड़ सकतामिलै जो सरलहि सरल ह्वै कुटिल न सहज बिहाइ ।सो सहेतु ज्यों बक्र गति ब्याल न बिलहिं समाइ ॥कृसधन सखहि न देब दुख मुएहुँ न मागब नीच ।तुलसी सज्जन की रहनि पावकल पानी बीच ॥संग सरल कुटिलहि भएँ हरि हर करहिं निबाहु ।ग्रह गनती गनि चतुर बिधि कियो उदर बिनु राहु ॥स्वभावकी प्रधानतानीच निचाई नहिं तजइ सज्जनहू कें संग ।तुलसी चंदन बिटप बसि बिनु बिष भए न भुअंग ॥भलो भलाइहि पै लहइ लहइ निचाइहि नीचु ।सुधा सराहिअ अमरताँ गरल सराहिअ मीचु ॥मिथ्या माहुर सज्जनहि खलहि गरल सम साँच ।तुलसी छुअत पराइ ज्यों पारद पावक आँच ॥सत्संग और असत्संगका परिणामगत भेदसंत संग अपबर्ग कर कामी भव कर पंथ ।कहहि संत कबि कोबिद श्रुति पुरान सदग्रंथ ॥सुकृत न सुकृती परिहरइ कपट न कपटी नीच ।मरत सिखावन देइ चले गीधराज मारीच ॥ N/A References : N/A Last Updated : January 18, 2013 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP