-
বটিকা
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.291327 | Lang: NA
-
गोलकम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6136534 | Lang: NA
-
ਟਿੱਕੀ
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4663453 | Lang: NA
-
ଟିକିଆ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3583437 | Lang: NA
-
കട്ട്ലറ്റ്
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3583437 | Lang: NA
-
ಟಿಕ್ಕಿ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3583437 | Lang: NA
-
پھول
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3411742 | Lang: NA
-
గుళికలు
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3411742 | Lang: NA
-
टिक्की
Meanings: 12; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.3103347 | Lang: NA
-
वटी
Meanings: 19; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.2843118 | Lang: NA
-
ಗುಳಿಗೆ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2843118 | Lang: NA
-
টিকিয়া
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2090338 | Lang: NA
-
वटिका
Meanings: 22; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.2010388 | Lang: NA
-
ટિક્કા
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1791719 | Lang: NA
-
மாத்திரை
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1705871 | Lang: NA
-
ବଟିକା
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1421559 | Lang: NA
-
ગોળી
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1421559 | Lang: NA
-
ഗുളിക
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1421559 | Lang: NA
-
गुळी
Meanings: 12; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.1421559 | Lang: NA
-
ট্যাবলেট
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08002486 | Lang: NA
-
বটী
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08002486 | Lang: NA
-
পিল
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.0560174 | Lang: NA
-
বড়ি
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01400435 | Lang: NA
-
গুলি
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01200373 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण १.४
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.006009322 | Lang: NA
-
मध्यखण्डम् - एकादशोऽध्यायः
संहिता हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड होत.
Type: PAGE | Rank: 0.004206525 | Lang: NA
-
कुण्ड
Meanings: 47; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.00416338 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण ३.८
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00416338 | Lang: NA
-
मानसारम् - भूपरीक्षाविधानम्
'मानसारम्' वास्तुशास्त्रावरील एक प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00416338 | Lang: NA
-
रसमञ्जरी - अध्याय ५
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
Type: PAGE | Rank: 0.003925273 | Lang: NA
-
रसविद्या - भाग २
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद.
Type: PAGE | Rank: 0.003469484 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण १.५
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003469484 | Lang: NA
-
रसप्रकाशसुधाकर - अध्याय २
आयुर्वेदाचार्य यशोधर यांचा जन्म गौड जातीत, तेराव्या शतकात सौराष्ट्र देशातील जुनागढ येथे झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.003434614 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण ३.९
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002943954 | Lang: NA
-
रसरत्नसमुच्चय - अध्याय १२
श्रीशालिनाथ कृत रसरत्नसमुच्चय रसचिकित्सा का सर्वांगपूर्ण ग्रन्थ है । इसमें रसों के उत्तम उपयोग तथा पारद-लोह के अनेक संस्कारों का उत्तम वर्णन है अतएव समाज में यह बहुपयोगी सिद्ध हो रहा है ।
Type: PAGE | Rank: 0.002943954 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण ३.७
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002943954 | Lang: NA
-
रसविद्या - भाग २३
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद.
Type: PAGE | Rank: 0.002876744 | Lang: NA
-
द्वितीयः भागः - प्रकरणम् ३
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002775587 | Lang: NA
-
भविष्यपर्व - एकादशाधिकशततमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002775587 | Lang: NA
-
रससंकेतकलिका - अध्यायः २
रससंकेतकलिका ग्रंथात रसासंबंधी उपयुक्त माहिती देण्यात आलेली आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002775587 | Lang: NA
-
रसेन्द्रचिन्तामणि - अध्यायः ६
रसेन्द्रचिन्तामणि चौदाव्या शतकांतील गद्यपद्य मिश्रित ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002775587 | Lang: NA
-
रसरत्नसमुच्चय - अध्याय १५
श्रीशालिनाथ कृत रसरत्नसमुच्चय रसचिकित्सा का सर्वांगपूर्ण ग्रन्थ है । इसमें रसों के उत्तम उपयोग तथा पारद-लोह के अनेक संस्कारों का उत्तम वर्णन है अतएव समाज में यह बहुपयोगी सिद्ध हो रहा है ।
Type: PAGE | Rank: 0.002775587 | Lang: NA
-
रसविद्या - भाग २४
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद. र
Type: PAGE | Rank: 0.002453296 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण १.८
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
तिष्यसन्तानः - अध्यायः २
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
रसप्रकाशसुधाकर - अध्याय ७
आयुर्वेदाचार्य यशोधर यांचा जन्म गौड जातीत, तेराव्या शतकात सौराष्ट्र देशातील जुनागढ येथे झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
रसरत्नाकर - प्रकरण ३.१३
रसायनशास्त्रावरील प्रसिद्ध ग्रंथांपैकी एक आहे रसरत्नाकर. याचे रचनाकार नित्यनाथसिद्ध नागार्जुन होत. या ग्रंथात मुख्यत: धातुंचे शोधन, मारण, शुद्ध पारद प्राप्ति शिवाय भस्म बनविण्याच्या विधींचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ११३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
रसमञ्जरी - अध्याय ३
शालिनाथ कृत ‘रसमञ्जरी ’ ग्रंथात रसविद्या संबंधित वेगवेगळ्या क्रिया सविस्तर वर्णिल्या आहेत .
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA
-
द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002428639 | Lang: NA