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भजन
A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Kirtans are deeply rooted in Vedic tradition. Bhajans are often simple songs in lyrical language expressing emotions of love for the Divine , whether for a single God / Goddess , or any number of divinities. Many bhajans feature several names and aspects of the chosen deity, especially in the case of Hindu sahasranamas , which list a divinity's 1008 names.
Traditionally, the music has been Indian classical music , which is based on ragas and tala (rhythmic beat patterns) played on the Veena (or Been ), Sarangi Venu (flute), Mridanga (or Tabla ); all traditional Indian instruments. The Sikh Scripture contains 31 ragas and 17 talas which form the basis for kirtan music compositions.
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कीर्तन आख्यान - उषाख्यान
आख्यान,कीर्तन,akhyan,kirtan,विष्णुदास,vishnudas
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भजन
भजन
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भजन : भाग १
भजन - भाग १
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विविध - मनवा नाँहि विचारो, थारी म...
’विविध’ शीर्षकके द्वारा संतोंके अन्यान्य भावोंकी झलक दिखलानेवाली वाणीको प्रस्तुत किया है ।
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विविध - क्या तन माँजता रे , एक...
’विविध’ शीर्षकके द्वारा संतोंके अन्यान्य भावोंकी झलक दिखलानेवाली वाणीको प्रस्तुत किया है ।
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विविध - करमाँ की रेखा न्यारी ,...
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विविध - मो सम कौन कुटिल खल क...
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वियोग - आज्यो आज्यो जी साँवरिय...
भगवद्वियोगकी पीडाका चित्रण ’वियोग’ शीर्षकके अंतर्गत पदोंमें है ।
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वियोग - राम मिलणरो घणो उमावो ,...
भगवद्वियोगकी पीडाका चित्रण ’वियोग’ शीर्षकके अंतर्गत पदोंमें है ।
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वियोग - थे तो पलक उघाड़ो दीनान...
भगवद्वियोगकी पीडाका चित्रण ’वियोग’ शीर्षकके अंतर्गत पदोंमें है ।
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विविध - उड़ जायगा रे हंस अकेला...
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विविध - सब दिन होत न एक समान...
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विविध - भये प्रगट कृपाला दीन ...
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वियोग
भगवद्वियोगकी पीडाका चित्रण ’वियोग’शीर्षकके अंतर्गत पदोंमें है ।
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विविध - डरते रहो यह जिन्दगी , ...
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विविध - जानकीनाथ सहाय करे , तब ...
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विविध - चेतो कर ले राम सुमर ...
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विविध - करी गोपालकी सब होई । ...
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वियोग - थाँ न काँई काँई कह स...
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विविध - कैसे बैठ्यो रे आलसमें ...
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वियोग - दरस म्हारे बेगि दीज्यो...
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वियोग - म्हारे जनम मरणरा साथी ...
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विविध - मैं तो गिरधर के रंग ...
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विविध - मन ! तू क्यों पछतावे ...
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वियोग - थे तो पलक उघाड़ो दीनान...
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वियोग - दरस बिनु दूखण लागै नै...
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वियोग - अरज म्हाँरी जाय कहीज्य...
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विविध - ॐ जय जगदीश हरे , प्रभु...
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वियोग - बनमें देख्या दोय बनवास...
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विविध - जगमें होनहार बलवान , इस...
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वियोग - निशि दिन बरसत नैन हमा...
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विविध - सुरताँ दिन दस पीवरिये ...
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वियोग - कोई कहियो रे प्रभु आव...
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विविध - कैसो केल रच्यो मेरे द...
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विविध - तेरा रामजी करेंगे बेड़ा...
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विविध - उठ जाग मुसाफिर भोर भई...
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विविध - करो कोई लाख करैयो एक ...
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विविध - सुने री मैंने निरबल क...
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विविध
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वियोग - ऐ श्याम ! तेरी बँसरी ...
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विविध - म्हारो लग्यो राम सैं ...
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विविध - तन धर सुखिया कोई न द...
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वियोग - भूल बिसर मत जाना कन्ह...
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विविध - आरामके साथी क्या -क्या ...
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वियोग - तुम बिन मेरी कौन खबर ...
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विविध - मनवाँ काँई कमायो रे ?...
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वियोग - रामा रामा रटते रटते ब...
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विविध - मूरख छाड़ वृथा अभिमान ...
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वियोग - आली रे ! मेरे नैणाँ ब...
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