-
रसहृदयतंत्र - अध्याय २
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १५
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १४
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ८
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १०
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १७
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ७
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १९
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ५
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १६
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १२
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ४
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: INDEX | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ३
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ६
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ९
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १८
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय ११
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
रसहृदयतंत्र - अध्याय १३
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.8876705 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १८४ ते १८६
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १९९ ते २००
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १९१ ते १९२
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २०८ ते २११
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २९१ ते २९३
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १८१ ते १८३
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
श्रीगोविंदाष्टकम् - सत्यं ज्ञानमनंतं नित्यमना...
देवी देवतांची अष्टके, आजारपण किंवा कांही घरगुती त्रास होत असल्यास घरीच देवासमोर म्हणण्याची ईश्वराची स्तुती होय. Traditionally,the ashtakam is recited in homes, when some one has health or any domestic problems.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २२१ ते २२३
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २२७ ते २३०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १७८ ते १८०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २५७ ते २६०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें ३१४ ते ३१७
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २८१ ते २८३
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २०६ ते २०८
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें ३२४ आणि ३२५
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २०१ ते २०५
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २६४ ते २६६
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २५४ ते २५६
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २७४ ते २७७
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १९६ ते १९८
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २९४ ते २९७
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २८४ ते २८७
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २३१ ते २३२
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २८८ ते २९०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २२४ ते २२६
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २१२ ते २१५
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २६७ ते २७०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें ३१८ ते ३२०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें १८७ ते १९०
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA
-
गोविंदकृत पदें २३६ ते २३७
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असूनगोविंदकृत पदें २३५ ते २३८ लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
Type: PAGE | Rank: 0.2446349 | Lang: NA