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ऊधो मध्पुरका बासी । म्हा...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - ऊधो मध्पुरका बासी । म्हा...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।

ऊधो मध्पुरका बासी ।

म्हारो बिछड्यौ स्याम मिलाय, बिरहकी काट कठण फाँसी ॥

स्याम बिनु चैन नहीं आवे ।

म्हारो जबसे बिछड्यो स्याम, हीवड़ो उझल्यो ही आवे ॥

छाय रही ब्याकुलता भारी ।

म्हारे स्याम बिरहमै आज, नैनसैं रह्यौ नीर जारी ॥

स्याम बिनु ब्रज सूनो लागै ।

सूनी कुंज, तीर जमुनाको, सब सूनो लागै ॥

गोठ-बन स्याम बिना सूनो ।

म्हारे एक-एक पुळ जुग सम बीतै, बिरह बढ़ै दूनो ॥

ऊधो ! अरज सुणो म्हारी ।

थारो गुण नहिं भुलाँ कदे, मिलाद्यौ मोहन बनवारी ॥

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Last Updated : September 25, 2008

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