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burrow
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den
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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chasm
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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subtraction
Meanings: 11; in Dictionaries: 7
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crevice
Meanings: 11; in Dictionaries: 7
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delve
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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orifice
Meanings: 16; in Dictionaries: 10
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bowels
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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cave
Meanings: 10; in Dictionaries: 6
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cavity
Meanings: 24; in Dictionaries: 16
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gap
Meanings: 36; in Dictionaries: 16
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interstice
Meanings: 11; in Dictionaries: 7
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विवरम्
Meanings: 13; in Dictionaries: 2
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excavate
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
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fissure
Meanings: 14; in Dictionaries: 10
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perforation
Meanings: 15; in Dictionaries: 8
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pit
Meanings: 23; in Dictionaries: 13
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hole
Meanings: 22; in Dictionaries: 12
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inside
Meanings: 22; in Dictionaries: 6
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perforate
Meanings: 17; in Dictionaries: 9
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vault
Meanings: 24; in Dictionaries: 12
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धर्मपदम् - पापवर्गः नवमः
धर्मपदम्
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उत्तरकांडम् - काव्य ८०१ ते ८५०
उत्तरकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील सातवे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
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वणिक्पुत्रबकाख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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पातालभोगिवर्गः - श्लोक ४८६ ते ५१०
अमरकोश में संज्ञा और उसके लिंगभेद का अनुशासन या शिक्षा है। अन्य संस्कृत कोशों की भांति अमरकोश भी छंदोबद्ध रचना है।
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interior
Meanings: 29; in Dictionaries: 12
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hollow
Meanings: 25; in Dictionaries: 8
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त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक ८१ ते १००
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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mine
Meanings: 36; in Dictionaries: 11
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nose
Meanings: 21; in Dictionaries: 10
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खण्डः ३ - अध्यायः ०१३
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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earth
Meanings: 35; in Dictionaries: 11
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प्रथमोऽध्यायः - श्लोक १०१ ते १२८
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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संधिः - कथा ४
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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मत्स्यपुराणम् - अध्यायः ११९
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
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शतरुद्रसंहिता - अध्यायः २३
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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पंचमः स्कन्धः - अथ द्वितीयोऽध्यायः
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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विष्णुपर्व - त्रयोदशाधिकशततमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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विष्णुपर्व - चतुर्दशाधिकशततमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ९७
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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पृ
Meanings: 27; in Dictionaries: 4
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चतुःशालविधानं नामैकोनविंशोऽध्यायः - ५१ ते १००
समराङ्गणसूत्रधार भारतीय वास्तुशास्त्र से सम्बन्धित ज्ञानकोशीय ग्रन्थ है जिसकी रचना धार के परमार राजा भोज (1000–1055 ई) ने की थी।
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ६६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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किरातार्जुनीयम् - प्रसंग १२
'किरातार्जुनीयम्' प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथांपैकी एक होय. या काव्याचे रचनाकार महाकवि भारवी होत. किरातरूपधारी शिव आणि पांडु पुत्र अर्जुन यांच्यातील धनुर्युद्ध आणि वार्तालाप यावर आधारित हे काव्य आहे.
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किष्किंधाकांडम् - काव्य ५१ ते १००
किष्किन्धाकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील चवथे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
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योगशिक्षोपनिषद् - पञ्चमोऽध्यायः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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पंचम पटल - मूलाधारपद्मविवरणम्
महायोगी आदिनाथ श्रीमहादेव विरचित " शिवसंहिता " हा ग्रंथ देवी पार्वतीने विचारलेले प्रश्न व त्या प्रश्नांना श्रीशिवांनी दिलेली उत्तरे या प्रश्नोत्तरांच्या रूपाने अवतरित झाला आहे.
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आचारकाण्डः - अध्यायः १६६
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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