-
द्युतिमान
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 3.576285 | Lang: NA
-
द्युतिमान्
Meanings: 12; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 3.253178 | Lang: NA
-
دیُوتِیمان
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.131731 | Lang: NA
-
দ্যুতিমান
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.013254 | Lang: NA
-
ਧੁਤੀਮਾਨ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.013254 | Lang: NA
-
دُیتِمان
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.013254 | Lang: NA
-
ଦ୍ୟୁତିମାନ
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.810603 | Lang: NA
-
દ્યુતિમાન
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.810603 | Lang: NA
-
دَیُوتِیمان
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.789746 | Lang: NA
-
द्युतुमान
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4738476 | Lang: NA
-
lustrous
Meanings: 7; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.0161011 | Lang: NA
-
bright
Meanings: 17; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.009956932 | Lang: NA
-
brilliant
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.004602416 | Lang: NA
-
fulgent
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.004310165 | Lang: NA
-
बृहत्संहिताः - अध्याय १००
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.003047747 | Lang: NA
-
shining
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.003017115 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - सनातन सत -चित आनँद रूप । ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 0.002301208 | Lang: NA
-
वैशाख शुक्लपक्ष व्रत - वैशाखशुक्लैकादशी
व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.002155082 | Lang: NA
-
वराहपुराणम् - अध्यायः ८६
'वराह पुराण' हे एक वैष्णव पुराण आहे. या पुराणातील श्लोकांत भगवानांच्या वराह अवतारातील धर्मोपदेश कथांच्या रूपात प्रस्तुत केलेला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002155082 | Lang: NA
-
पूर्वभागः - त्रयोदशोऽध्यायः
पुराण म्हणजे भारतीय संस्कृतीचा अमूल्य ठेवा आहे. महापुराणांच्या क्रमवारीत कूर्मपुराण पंधराव्या स्थानावर आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001724066 | Lang: NA
-
बृहत्संहिताः - अध्याय ३४
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.001724066 | Lang: NA
-
पूर्वभागः - अष्टादशोऽध्यायः
पुराण म्हणजे भारतीय संस्कृतीचा अमूल्य ठेवा आहे. महापुराणांच्या क्रमवारीत कूर्मपुराण पंधराव्या स्थानावर आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001724066 | Lang: NA
-
षोडशोऽध्यायः - नक्षत्रफल
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
Type: PAGE | Rank: 0.001724066 | Lang: NA
-
श्रीविष्णोर्नामस्तोत्रं
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
Type: PAGE | Rank: 0.001724066 | Lang: NA
-
वैशाख शु. एकादशी
Vaishakh shuddha Ekadashi
Type: PAGE | Rank: 0.0016272 | Lang: NA
-
बृहत्संहिताः - अध्याय १७
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.001508558 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - प्रथम अंश - अध्याय १०
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है,वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
Type: PAGE | Rank: 0.001293049 | Lang: NA
-
गायत्री रामायणम् - तत्सवितुर्वरॆण्यं भर्गो द...
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ।
Type: PAGE | Rank: 0.001293049 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - द्विपञ्चाशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001293049 | Lang: NA
-
अध्याय ११९ - महाद्वीपादि
भगवान् अग्निदेवांनी या अग्नि पुराणात चौसष्ट योगनींचे का सविस्तार वर्णन केले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001293049 | Lang: NA
-
वराहपुराणम् - अध्यायः ७४
'वराह पुराण' हे एक वैष्णव पुराण आहे. या पुराणातील श्लोकांत भगवानांच्या वराह अवतारातील धर्मोपदेश कथांच्या रूपात प्रस्तुत केलेला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001293049 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - त्रिषष्टितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001150604 | Lang: NA
-
शुक्लपक्ष की एकादशी
बैसाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते है ।
Type: PAGE | Rank: 0.001150604 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है,वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
Type: PAGE | Rank: 0.001150604 | Lang: NA
-
भविष्यपर्व - चतुस्त्रिंशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
विष्णुपर्व - एकादशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २१३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
पूर्वभागः - त्रयोविंशतितमोऽध्यायः
पुराण म्हणजे भारतीय संस्कृतीचा अमूल्य ठेवा आहे. महापुराणांच्या क्रमवारीत कूर्मपुराण पंधराव्या स्थानावर आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - तृतीय अंश - अध्याय २
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
पूर्वार्धम् - अध्यायः ३१
वायुपुराणात खगोल, भूगोल, सृष्टिक्रम, युग, तीर्थ, पितर, श्राद्ध, राजवंश, ऋषिवंश, वेद शाखा, संगीत शास्त्र, शिवभक्ति, इत्यादिचे सविस्तर निरूपण आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001077541 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय ४
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है,वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
Type: PAGE | Rank: 0.0008629531 | Lang: NA
-
कथा कल्पतरू - स्तबक १३ - अध्याय २३
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008629531 | Lang: NA
-
बृहत्संहिताः - अध्याय ८५
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय ४
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय ४०
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
पूर्वार्धम् - अध्यायः ३३
वायुपुराणात खगोल, भूगोल, सृष्टिक्रम, युग, तीर्थ, पितर, श्राद्ध, राजवंश, ऋषिवंश, वेद शाखा, संगीत शास्त्र, शिवभक्ति, इत्यादिचे सविस्तर निरूपण आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
विष्णोर्स्तोत्र शिवप्रोक्तं
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
विष्णुपर्व - पञ्चसप्ततितमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
श्रीवामनपुराण - अध्याय ४४
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA
-
पूर्वभागः - नवचत्वारिंशात्तमोऽध्यायः
पुराण म्हणजे भारतीय संस्कृतीचा अमूल्य ठेवा आहे. महापुराणांच्या क्रमवारीत कूर्मपुराण पंधराव्या स्थानावर आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008620329 | Lang: NA