संस्कृत सूची|संस्कृत साहित्य|स्तोत्रः|कृतस्तोत्रादिसंग्रह:| देवीस्तोत्रम् कृतस्तोत्रादिसंग्रह: अथ मानसपूजा अथ दत्तस्तोत्रम् श्रीनवार्णमंत्रस्तोत्रम् श्रीअन्नपूर्णास्तोत्रम् अथ रेणुकास्तोत्रम् अथ रेणुकास्तोत्रम् अथ देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् श्री हनूमदष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् अथ अमरापुरस्थं श्रीअमरेश्वदेवतादिध्यानम् ध्यानं द्वितीयस् अथ श्रीगुरुपरम्परा श्रीदत्तश्रीपादश्रीनृसिंहसरस्वतीस्त्रोत्रम् प्रात:स्मरणं अथ मानसिकस्नानम् श्रीगुरुदत्तात्रेयस्तोत्रम् श्रीनृसिंहवाटिकावर्णनम् श्रीनामदेवस्तोत्रम् अथामरेश्वरदत्तगुरुस्तोत्रम् अथ विठ्ठलस्तोत्रम् सर्वतीर्थस्तोत्रम् नवयोगीन्द्रनाथस्तोत्रम् नवयोगीन्द्रपंचकस्तोत्रम् पुण्यपत्तने मूलामुठास्तुति: आळंदीस्तोत्रम् तुकारामार्या देवीस्तोत्रम् श्रीव्यासपूजास्तोत्रम् श्रीमद्भगवत्पूज्यपादस्तोत्रम् श्रीवेदव्यासस्तोत्रम् अनसूयास्तोत्रम् नर्मदास्तोत्रम् अमरेश्वरस्तोत्रम् नामदेवस्तोत्रम् श्रीवेदगङ्गास्तोत्रम् भिवापुरस्थश्रीसोमश्वशरस्तोत्रम् श्रीमरुद्गंगाकाशीस्तोत्रम् श्रीरामटेकस्थरामस्तोत्रम् श्रीरामदासस्तोत्रम् रामदासपंचायतनम् चीमूरस्थकेशवदेवेश्वरस्तोत्रपंचकम् श्रीकेशवस्तोत्रम् एकनाथस्तोत्रम् अमोघानदीस्तोत्रम् यमुनास्तोत्रम् श्रीगुरुस्तोत्र मारुति नामानि श्रीवासुदेवानंदसरस्वतीचरित्रम् देवीस्तोत्रम् श्री प. प. नृसिंहसरस्वतीदीक्षितस्वामीमहाराज कृतस्तोत्रादिसंग्रह: Tags : dikshit swamigodgoddessstotraदीक्षित स्वामीदेवतादेवीसंस्कृतस्तोत्र देवीस्तोत्रम् Translation - भाषांतर वन्देहं प्रत्यगमृताब्धिनिवासिनि ते सदा ।सदारा: सत्पथाचारा: सत्सुखा: पारदर्शिन: ॥१॥संस्थितास्ते देवि पदे संलग्ना: सम्पदाश्रयात् ।तदधीनजगत्पाता सृष्टिसौन्दर्यनायके ॥२॥केपि ते पदसंलग्ना भूसुरा: खेंचरा: सुरा: ।सर्ववर्णाक्षरा नित्या संपत्प्राप्तपदाब्धिका: ।सुविचाराsगविचारा धीविचारपरात्परा: ।सन्दृश्यतेsदृश्यपदकांक्षिण: सत्पथारुहा: ॥४॥निधिपास्तेनुगा देवा सुरसम्पत्सुपादपा: ।चतुष्पदातिसंलग्ना ज्योतिर्धूमातिमार्गगा: ॥५॥प्रसादात्ते भगवति देवि मातर्नमोस्तु ते । सप्ताब्धिभूषणे सप्तलोकसंपत्प्रदे मुदे ॥६॥मुदमर्पय मे श्रैष्ठयं ज्यैष्ठयं ते सततं नम: ।नम: पुरस्तादथ पृष्ठतस्ते नमोस्तु ते सर्वत एव सर्वे ॥७॥नमो हिरण्यगर्भे तेsक्षरे ज्ञानस्वरूपिणि ।सच्चित्सुखाब्धिनिलयेsनन्तब्रम्हाण्डनायिके ॥८॥इति देवीस्तोत्रं संपूर्णम् N/A References : N/A Last Updated : November 11, 2016 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP