-
ह्या बोटावेलो निथु त्या बोटार काढता
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.494262 | Lang: NA
-
रिकाम्या माणसा काय करशी? तर ह्या कानांतलें तानवडें त्या कानांत घालशी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.471361 | Lang: NA
-
भक्ति गीत कल्पतरू - देवा किती सोसावा । ह्या ...
खास हितचिंतक व प्रेमळ भगिनींसाठी श्रीमती हरिभक्तपरायण वारूताई कागलकर कृत भजनांची " कल्पतरू " सुमनावली.
Type: PAGE | Rank: 2.465348 | Lang: NA
-
मानसगीत सरोवर - प्रिये तू ह्या समयि शय्या...
भगवंताच्या लीला, त्याचे स्वरूप, अवतारकृत्ये व प्रत्येक अवतारातील अनेकविध प्रसंग, यावर आधारीत भजनांचा संग्रह, म्हणजेच मानसगीत सरोवर.
Type: PAGE | Rank: 2.457048 | Lang: NA
-
उमाकांत मालवीय - बाहीचे ह्या तुटेबटण सदर्...
अनुवादित एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 2.454185 | Lang: NA
-
लावणी - ह्या उघड पसार्यामधी । अ...
शाहीर प्रभाकर महाराष्ट्रातील कवी मंडळातील शाहीर कवी म्हणून ओळखले जातात.
Type: PAGE | Rank: 2.453203 | Lang: NA
-
जरी तूं ह्या येथें असतिस
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
Type: PAGE | Rank: 2.451323 | Lang: NA
-
दत्तरक्षास्तोत्रम् - ह्या दत्तरक्षास्तोत्राचा ...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते.
In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
Type: PAGE | Rank: 2.444166 | Lang: NA
-
अथ क्रियापादः - अथ तन्त्रावतारविधिपटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
Type: PAGE | Rank: 2.409098 | Lang: NA
-
अथ क्रियापादः - प्रश्नविधिपटलः ।
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
Type: PAGE | Rank: 2.409098 | Lang: NA
-
ह्या कानानें ऐकिलें आणि ह्या कानानें सोडून दिलें
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या कारणान
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या जागी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या जाग्यार
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या पोटाचें पाड जिणें, हाचे खातीर घेवचें उणें
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या बोटाची थुंकी त्या बोटावर करणें
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या बोटाची वेदना त्या बोटास येत नाहीं
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या वर्षी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या वर्सा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या वेळार
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या वेळी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या वेळेस
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या साली
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
ह्या हाताचा झाडा त्या हातावर द्यावा लागतो
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
जन्म आणि विवाह ह्या गोष्टी ब्रह्मदेवच ठरवितो
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
येतल्या जल्मा सुणें जातलो म्हुण ह्या जल्मा गू खावप आसं व्हयं!
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
नाय, निरगूड, माका, ह्या तिहींचा घेइजे फांका आणि उडजाइजे पडलंका
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
संवयी ह्या सहज लागतात व वाईट संवयी ठार मारतात
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.218505 | Lang: NA
-
any longer
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.5232226 | Lang: NA
-
anymore
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.5232226 | Lang: NA
-
at present
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3237275 | Lang: NA
-
here
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.2774807 | Lang: NA
-
अथ क्रियापादः - मन्त्रोद्धार पटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
Type: PAGE | Rank: 0.1928306 | Lang: NA
-
अग्निपुराण - महत्व
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.1719703 | Lang: NA
-
now
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.1618637 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प पाचवे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1464101 | Lang: NA
-
चित्रापुरगुरुपरंपरा - श्रीमत् पांडुरंगाश्रम स्वामींजी आरती
सुबोधाचा भाग तर अमोल आहे. तशीच प्रश्नोत्तरी ही ह्या गुरुचरित्राचें अपूर्व वैशिष्ट्य होय.
Type: PAGE | Rank: 0.1464101 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प तिसरे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1462066 | Lang: NA
-
चित्रापुरगुरुपरंपरा - सद्गुरुंची आरती
सुबोधाचा भाग तर अमोल आहे. तशीच प्रश्नोत्तरी ही ह्या गुरुचरित्राचें अपूर्व वैशिष्ट्य होय.
Type: PAGE | Rank: 0.143344 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प चौथे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1423617 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प पहिले
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1423617 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प तिसरे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1413158 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - अर्जुन विषाद योग
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1403375 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प दुसरे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1403375 | Lang: NA
-
सार्थ श्रीमहाभारतसुभाषितानि - प्रस्तावना
लोकांचे अज्ञान नाहींसे होऊन, त्यांना ज्ञान प्राप्त व्हावें, ह्या हेतूनें श्रीभगवान् व्यास महर्षींनी महाभारत ग्रंथ निर्माण केला.
Type: PAGE | Rank: 0.1384451 | Lang: NA
-
चित्रापुरगुरुपरंपरा - कृताञ्जलिः
सुबोधाचा भाग तर अमोल आहे. तशीच प्रश्नोत्तरी ही ह्या गुरुचरित्राचें अपूर्व वैशिष्ट्य होय.
Type: PAGE | Rank: 0.1362891 | Lang: NA
-
चित्रापुरगुरुपरंपरा - अध्याय ॥६१॥
सुबोधाचा भाग तर अमोल आहे. तशीच प्रश्नोत्तरी ही ह्या गुरुचरित्राचें अपूर्व वैशिष्ट्य होय.
Type: PAGE | Rank: 0.1356355 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प पाचवे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1347561 | Lang: NA
-
विवेकचूडामणी - श्लोक संग्रह १०१-१५०
विवेकचूडामणी ह्या ग्रंथात आत्मानात्मविचार आणि तत्त्वज्ञान पूर्णपणे भरलेले आहे, शिवाय ईश्वरप्राप्तीचा ज्ञानमार्ग उत्तम प्रकारे दर्शविला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.1347561 | Lang: NA
-
श्रीमद् गोपाल गीत - पद्मपुष्प दुसरे
मराठी जनास हे गीतोपनिषद, गीता ज्ञान प्राप्त व्हावे ह्या हेतुने गोपाळाने केलेले हे `गोपाल गीत'.
Type: PAGE | Rank: 0.1322408 | Lang: NA