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अन्य देवता पूजनम्

पूजा विधी - अन्य देवता पूजनम्

जो मनुष्य प्राणी श्रद्धा भक्तिसे जीवनके अंतपर्यंत प्रतिदिन स्नान , पूजा , संध्या , देवपूजन आदि नित्यकर्म करता है वह निःसंदेह स्वर्गलोक प्राप्त करता है ।


गणपति - पूजनम्

ॐ गणानां त्वा गणपति हवामहे प्रियाणां त्वा प्रियपति हवामहे निधीनां त्वा निधिपति हवामहे व्वसो मम । आहमजानि गर्ब्धधमा त्वमजासि गर्ब्भधम् ।

इस प्रकार षोडशोपचार पूजन कर प्रार्थना करें -

ॐ नमो गणेभ्यो गणपतिभ्यश्च वो नमो नमो व्व्रातेभ्यो व्व्रातपतिभ्यश्च वो नमो नमो गृत्सेभ्यो गृत्सपतिभ्यश्च वो नमो नमो व्विरूपेभ्यो व्विश्वरूपेभ्यश्च वो नमः ॥

अम्बिका पूजनम्

हेमाद्रितनयां देवी वरदां शङ्करप्रियाम् ।

लम्बोदरस्य जननी गौरीमावाहयाम्यहम् ॥

इस प्रकार यथोपचार से अम्बिका का पूजन करके नीचे लिखी प्रार्थना करें -

ॐ अम्बेऽअम्बिकेऽम्बालिके न मा नयति कश्चन ।

ससस्त्यश्वक : सुभद्‌द्रिकां काम्पीलवासिनीम् ॥

नदीश्वर - पूजनम्

ॐ आशु : शिशानो व्वृषभो न भीमो घनाघन : क्षोभणश्चर्षणीनाम् ।

सङ्क्रन्दनोनिमिषऽएकवीर : शत सेना ऽअजयत्साकमिन्द्र : ॥

इस प्रकार लब्धोपचार से वीरभद्र का पूजन करें अधोलिखित प्रार्थना करें -

ॐ प्रैतु व्वाजी कनिक्क्रदन्नानदद्रासभ : पत्त्वा ।

भरन्नग्निपुरीष्यं मा पाद्यायुष : पुरा ॥

वीरभद्र - पूजनम्

ॐ भद्‌द्रं कर्ण्णेभि : श्रृणुयाम देवा भद्‌द्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्त्रा : ।

स्थिरैरङ्गैस्तुष्टुवा सस्तनूभिर्व्यशेमहि देवहितं यदायु : ॥

स्वामीकार्तिक का पूजन कर प्रार्थना करें -

ॐ भद्‌द्रो नो ऽअग्निराहुतो भद्‌द्रा राति : सुभग भद्‌द्रो ऽअध्वर : भद्‌द्रा ऽउत प्रशस्तय : ॥

स्वामिकार्तिक - पूजनम्

ॐ यदक्क्रन्द : प्प्रथमं जायमान ऽउद्यन्त्समुद्‌द्रादुत वा पुरीषात् । श्येनस्य पक्षा हरिणस्य बाहू ऽउपस्तुत्यं महि जातं ते ऽअर्व्वन् ॥

( पूजन के पश्चात प्रार्थना करें )

ॐ यत्त्र बाणा : सम्पतन्ति कुमारा व्विशिखा ऽइव । तन्न ऽइन्द्रो बृहस्पतिरदिति : शर्म्म यच्छतु व्विश्वाहा शर्म्म यच्छतु ॥

कुबेर - पूजनम्

ॐ कुविदङ्ग यवमन्तो यवं चिद्यथा दान्त्यनुपूर्व्वं व्वियूय । इहेहैषां कुणुहि भोजनानि ये वर्हिषो नम ऽउक्तिं यजन्ति ॥

कुबेर का पूजन कर प्रार्थना करें -

ॐ व्वय सोम व्वते तव मनस्तनूषु व्विभ्रत : । प्रजावन्त : सचेमहि ॥

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Last Updated : May 24, 2018

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