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निदाघ
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निदाघः
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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নিদাঘ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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ନିଦାଘ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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નિદાઘ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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نیٖداگھ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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hotness
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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sweat
Meanings: 13; in Dictionaries: 7
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heat
Meanings: 42; in Dictionaries: 16
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perspiration
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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sudor
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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heat energy
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high temperature
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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calidity
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summer
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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sultry
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hot
Meanings: 14; in Dictionaries: 5
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - चतुश्चत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - षट्चत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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नाट्यवर्गः - श्लोक ४४१ ते ४८५
अमरकोश में संज्ञा और उसके लिंगभेद का अनुशासन या शिक्षा है। अन्य संस्कृत कोशों की भांति अमरकोश भी छंदोबद्ध रचना है।
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श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १६
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - पञ्चचत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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ऋतुसंहारः - अथ ग्रीष्मः
कालिदास अपनी अलंकार युक्त सुंदर सरल और मधुर भाषा के लिये विशेष रूप से जाने जाते हैं। ’ऋतुसंहार’नामक काव्यमे ऋतु वर्णन अद्वितीय हैं और उनकी उपमाएं बेमिसाल है।
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श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १५
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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ऋभु गीता - प्रथमोऽध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे.
Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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श्री नारदीयमहापुराणम् - एकोनपञ्चाशत्तमोध्यायः
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - नवमोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - त्रिचत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - एकचत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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वराहोपनिषत् - चतुर्थोऽद्यायः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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किरातार्जुनीयम् - प्रसंग १७
'किरातार्जुनीयम्' प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथांपैकी एक होय. या काव्याचे रचनाकार महाकवि भारवी होत. किरातरूपधारी शिव आणि पांडु पुत्र अर्जुन यांच्यातील धनुर्युद्ध आणि वार्तालाप यावर आधारित हे काव्य आहे.
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शङ्कराख्यः षष्ठोऽम्शः - पञ्चमोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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वराहोपनिषत् - पञ्चमोऽध्यायः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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अध्याय ३८० - अद्वैतब्रह्मविज्ञानम्
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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राजनिघण्टु - अत्त्वादिवर्ग
नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड.
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आर्या सप्तशती - स-कार-व्रज्या
आर्या सप्तशती हा आचार्य गोवर्धनाचार्य यांनी रचलेला पवित्र ग्रंथ आहे.
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वराहोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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अन्नपूर्णोपनिषत्
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic wisdom.
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अन्नपूर्णोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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पाद २ - खण्ड ८४
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
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