-
स्वगतम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.3357603 | Lang: NA
-
स्वागत
Meanings: 22; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.249765 | Lang: NA
-
స్వాగతించేవాడు
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
ਅਗਵਾਨ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
অভ্যর্থনাকারী
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
ସତ୍କାରକ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
અગવાન
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
अगवान
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
میز بان
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02759783 | Lang: NA
-
اِستعقبال
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
வரவேற்பு
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
ସ୍ୱାଗତ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
స్వాగతం
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
আদৰণি
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
ਸਵਾਗਤ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
સ્વાગત
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
येवकार
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
स्वागतम्
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
സ്വാഗതം
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0241481 | Lang: NA
-
স্বাগত
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02069837 | Lang: NA
-
ಸ್ವಾಗತ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01724864 | Lang: NA
-
സ്വാഗതകര്ത്താവ്
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01724864 | Lang: NA
-
வரவேற்பாளர்
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01379891 | Lang: NA
-
येवकारपी
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01379891 | Lang: NA
-
बरायनाय
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01379891 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - द्वितीयोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.004122208 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - चतुर्थोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.004079928 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - तृतीयोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.003331247 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - दशमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.003331247 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - प्रथमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.002793336 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - अष्टमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.002355547 | Lang: NA
-
सुहृद्-भेदः - कथा ८
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.001665624 | Lang: NA
-
नवसाहसाङ्कचरितम् - चतुर्थः सर्गः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. शृङ्गारतिलक काव्याचे कवी आहेत,रुद्रभट्ट.
Type: PAGE | Rank: 0.001665624 | Lang: NA
-
रत्नावली - द्वितीयोऽङकः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001665624 | Lang: NA
-
वेणीसंहारः - षष्ठोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.001665624 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - षष्ठोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.001457421 | Lang: NA
-
आत्मन्
Meanings: 225; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.001249218 | Lang: NA
-
मालतीमाधवम् - नवमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 0.001249218 | Lang: NA
-
सुहृद्-भेदः - कथा २
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.001249218 | Lang: NA
-
संधिः - कथा ११
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.001041015 | Lang: NA
-
वेणीसंहारः - पञ्चमोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.001041015 | Lang: NA
-
रत्नावली - तृतीयोऽङक्
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008328118 | Lang: NA
-
रत्नावली - चतुर्थोङ्कः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008328118 | Lang: NA
-
साहित्य दर्पण - षष्ठः परिच्छेदः
साहित्य दर्पण संस्कृत भाषा में साहित्य-विषयक महान ग्रन्थ है। इसके रचयिता विश्वनाथ हैं। साहित्य दर्पण के रचयिता का समय 14वीं शताब्दी ठहराया जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.0005205073 | Lang: NA