-
सुबाहु
Meanings: 66; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.4996532 | Lang: NA
-
सुबाहुः
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1546667 | Lang: NA
-
سُباہو
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.1315046 | Lang: NA
-
সুবাহু
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1011238 | Lang: NA
-
સુબાહુ
Meanings: 8; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05778505 | Lang: NA
-
ସୁବାହୁ
Meanings: 8; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05140007 | Lang: NA
-
சுபாஹூ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05022211 | Lang: NA
-
ਸੁਬਾਹੂ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04023277 | Lang: NA
-
சுபாஹு
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04017768 | Lang: NA
-
ସୁବାହୁ ଅପ୍ସରା
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04017768 | Lang: NA
-
सुबाहू
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.03797519 | Lang: NA
-
سُباہُو
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03551239 | Lang: NA
-
سُباہُہ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03515547 | Lang: NA
-
سوباہو
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02840991 | Lang: NA
-
സുബാഹു
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02840991 | Lang: NA
-
ਸੁਬਾਹੁ
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01739745 | Lang: NA
-
शान्तसेन
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.003047562 | Lang: NA
-
जिनमाणिक्य
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.00217683 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३९४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.001204224 | Lang: NA
-
देवताविषयक पदे - मंगलाचरण
श्री समर्थांनी दासबोध ग्रंथासोबतच गाथा आणि भारुडे रचून इतिहास घडविला आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008707319 | Lang: NA
-
अंतिनार
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0007696255 | Lang: NA
-
प्रतिबाहु
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.0007618904 | Lang: NA
-
श्री रामाचे पद - राम दीनबंधू रे । भक्तपाळ ...
ऐतिहासिक पुराव्यांनुसार, समर्थ रामदासांनी रचलेल्या दासबोध या ग्रंथाचे लेखनिक कल्याणस्वामी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0007618904 | Lang: NA
-
पातालखण्डः - अध्यायः २५
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.0007056679 | Lang: NA
-
मण्डल २ - सूक्तं ३२
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
Type: PAGE | Rank: 0.0006790293 | Lang: NA
-
भूमिखंडः - अध्यायः ९५
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.0005761754 | Lang: NA
-
सुंद
Meanings: 12; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.0005442075 | Lang: NA
-
वीरबाहु
Meanings: 17; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.0005387379 | Lang: NA
-
श्रीदत्त भजन गाथा - विश्वामित्र मख रक्षण
श्रीयुत विनायक वासुदेव साठे यांनी रचलेली श्रीदत्त भजन गाथा.
Type: PAGE | Rank: 0.0005387379 | Lang: NA
-
अध्याय सहावा - अभंग ४१ ते ६०
मोरोपंत हे जरी संत नव्हते, तरी सदाचरणी, सच्छील असे ते एक विद्वान् गृहस्थाश्रमी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0005387379 | Lang: NA
-
अध्याय सहावा - अभंग १ ते २०
मोरोपंत हे जरी संत नव्हते, तरी सदाचरणी, सच्छील असे ते एक विद्वान् गृहस्थाश्रमी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0005387379 | Lang: NA
-
सुकेतु
Meanings: 25; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.0004617753 | Lang: NA
-
अध्याय ९० वा - श्लोक ३६ ते ४०
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.0004353659 | Lang: NA
-
तुंबरु
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.0004353659 | Lang: NA
-
भद्राचलरामचूर्णिका - ॐ श्रीमदखिलाण्डकोटि ब्रह्...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
Type: PAGE | Rank: 0.0004353659 | Lang: NA
-
अध्याय सहावा - अभंग ६१ ते ७५
मोरोपंत हे जरी संत नव्हते, तरी सदाचरणी, सच्छील असे ते एक विद्वान् गृहस्थाश्रमी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0004353659 | Lang: NA
-
अध्याय ६१ वा - श्लोक ११ ते १५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.0004353659 | Lang: NA
-
भविष्यपर्व - एकोनपञ्चाशत्तमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0004074175 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - चतुश्चत्वारिंशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0004074175 | Lang: NA
-
अलर्क
Meanings: 27; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.0003848128 | Lang: NA
-
भूमिखंडः - अध्यायः ९८
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.0003841169 | Lang: NA
-
सुनंदा
Meanings: 24; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.0003809452 | Lang: NA
-
अध्याय पांचवा - अभंग २१ ते ४०
मोरोपंत हे जरी संत नव्हते, तरी सदाचरणी, सच्छील असे ते एक विद्वान् गृहस्थाश्रमी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0003809452 | Lang: NA
-
अध्याय पांचवा - अभंग १ ते २०
मोरोपंत हे जरी संत नव्हते, तरी सदाचरणी, सच्छील असे ते एक विद्वान् गृहस्थाश्रमी होते.
Type: PAGE | Rank: 0.0003809452 | Lang: NA
-
शूरसेन
Meanings: 28; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.0003770379 | Lang: NA
-
पंचमाष्टक - अष्टमोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
Type: PAGE | Rank: 0.0003770379 | Lang: NA
-
अवन्तीस्थचतुरशीतिलिङ्गमाहात्म्यम् - अध्याय ६६
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0003395146 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - सप्तत्रिंशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0003395146 | Lang: NA
-
शशिकला
Meanings: 8; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.0003265244 | Lang: NA
-
चेदि
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.0003265244 | Lang: NA