-
दारिद्रय आलें घरा, तेथें कशाला दिवाळी द्सरा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.553049 | Lang: NA
-
दारिद्रय दोषी, गुणराशि नाशी
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.553049 | Lang: NA
-
poverty
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.5993573 | Lang: NA
-
impoverishment
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.2794491 | Lang: NA
-
poorness
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.2794491 | Lang: NA
-
indigency
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.215782 | Lang: NA
-
घरां ना तीन तांदुळ, सान्नां उकडूं सोता रांडूळ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08091824 | Lang: NA
-
घरांत हुंदीर, शेंपड्यो बडैतात
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05394549 | Lang: NA
-
हिंकृण्वती
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04720231 | Lang: NA
-
जो जन्माचा कबाडी, त्याचें दरिद्र कोण फेडी
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04720231 | Lang: NA
-
विस्वा
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.04671817 | Lang: NA
-
क्रांतणें
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.03371593 | Lang: NA
-
जय मृत्युंजय - झालासां उत्तीर्ण परीक्षा ...
गोपाळ गोडसे कवींनी मोठ्या बेहोष जिव्हाळ्याने आणि उन्मादक रसिकतेने `जय मृत्युंजय’ या कवितासंग्रहात स्वातंत्र्यवीर सावरकरांचे वर्णन केले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.02919885 | Lang: NA
-
घरांत वाजे नकारघंटा
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02697275 | Lang: NA
-
ठणठणाट
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02697275 | Lang: NA
-
हरिद्र
Meanings: 8; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.02697275 | Lang: NA
-
सुदामदेव
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02360115 | Lang: NA
-
हलाक
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02360115 | Lang: NA
-
हलाख
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02360115 | Lang: NA
-
विश्वा
Meanings: 21; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.02335908 | Lang: NA
-
सासरें
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02022956 | Lang: NA
-
साहचर्य
Meanings: 9; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.02022956 | Lang: NA
-
हलक
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02022956 | Lang: NA
-
हल्लक
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.02022956 | Lang: NA
-
श्रीनारदभक्तिसूत्रें - सूत्र ३१
नारद भक्ति सूत्र या ग्रंथाचे रसाळ निरूपण संत केशवराज महाराज देशनुख यांनी केले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
धर्मसिंधु - दर्शशान्ति
हिंदूंचे ऐहिक, धार्मिक, नैतिक अशा विषयात नियंत्रण करावे आणि त्यांना इह-परलोकी सुखाची प्राप्ती व्हावी ह्याच अत्यंत उदात्त हेतूने प्रेरित होउन श्री. काशीनाथशास्त्री उपाध्याय यांनी ’धर्मसिंधु’ हा ग्रंथ रचला आहे. This 'Dharmasindhu' grantha was written by Pt. Kashinathashastree Upadhyay, in the year 1790-91.
Type: PAGE | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
धर्मसिंधु - व्यतीपातवैधृतिसंक्रान्तिशान्ति
हिंदूंचे ऐहिक, धार्मिक, नैतिक अशा विषयात नियंत्रण करावे आणि त्यांना इह-परलोकी सुखाची प्राप्ती व्हावी ह्याच अत्यंत उदात्त हेतूने प्रेरित होउन श्री. काशीनाथशास्त्री उपाध्याय यांनी ’धर्मसिंधु’ हा ग्रंथ रचला आहे. This 'Dharmasindhu' grantha was written by Pt. Kashinathashastree Upadhyay, in the year 1790-91.
Type: PAGE | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
गणेशाष्टकम् - गणपति- परिवारं चारुकेयूरह...
देवी देवतांची अष्टके, आजारपण किंवा कांही घरगुती त्रास होत असल्यास घरीच देवासमोर म्हणण्याची ईश्वराची स्तुती होय. Traditionally,the ashtakam is recited in homes, when some one has health or any domestic problems.
Type: PAGE | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
ग्रसित
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
सासर
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
सुदाम
Meanings: 9; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
सदां
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01685797 | Lang: NA
-
उपासना खंड - अध्याय ५३
श्री गणेश पुराणाचे पारायण केल्याने समाधान मिळते आणि जीवनातील सर्व पापे नष्ट होतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01430446 | Lang: NA
-
ज्येष्ठ वद्य १०
दिन विशेष - वर्षातील प्रत्येक दिवसाचे ऐतिहासीक महत्व.
Type: PAGE | Rank: 0.01348637 | Lang: NA
-
धर्मसिंधु - ग्रहणशान्ति
हिंदूंचे ऐहिक, धार्मिक, नैतिक अशा विषयात नियंत्रण करावे आणि त्यांना इह-परलोकी सुखाची प्राप्ती व्हावी ह्याच अत्यंत उदात्त हेतूने प्रेरित होउन श्री. काशीनाथशास्त्री उपाध्याय यांनी ’धर्मसिंधु’ हा ग्रंथ रचला आहे. This 'Dharmasindhu' grantha was written by Pt. Kashinathashastree Upadhyay, in the year 1790-91.
Type: PAGE | Rank: 0.01348637 | Lang: NA
-
जेर
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.01348637 | Lang: NA
-
शक्तिसाधना मंत्र
रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र, शंकरांना अत्यंत प्रिय, तसेच दर्शन, स्पर्श व जप द्वारा सर्व पापे नष्ट होतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01180058 | Lang: NA
-
विष्णु-गायत्री मंत्र
रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र, शंकरांना अत्यंत प्रिय, तसेच दर्शन, स्पर्श व जप द्वारा सर्व पापे नष्ट होतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01180058 | Lang: NA
-
ग्रस्त
Meanings: 39; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.01180058 | Lang: NA
-
व्याजस्तुति अलंकार - लक्षण ४
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01011478 | Lang: NA
-
हे सुंदरा अनंता! - हे सुंदरा अनंता! लावण्यके...
साने गुरूजींचे संपूर्ण नाव - पांडुरंग सदाशिव साने
Type: PAGE | Rank: 0.01011478 | Lang: NA
-
शिव चालीसा - जय गणेश गिरिजासुवन, मंगल ...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.01011478 | Lang: NA
-
सदा
Meanings: 34; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.01011478 | Lang: NA
-
मंदार मंजिरी - पहिला सर
भिन्न भिन्न वेळी भिन्न भिन्न मासिकात छापलेली अशी कांही आणि आजपर्यंत मुळींच कोठेहीं न छापलेली कवी विद्याधर वामन भिडे यांची कांही निवडक काव्ये.
Type: PAGE | Rank: 0.009536305 | Lang: NA
-
विवाहप्रकरणम् - श्लोक १०९ ते १३७
अनुष्ठानप्रकाश , गौडियश्राद्धप्रकाश , जलाशयोत्सर्गप्रकाश , नित्यकर्मप्रयोगमाला , व्रतोद्यानप्रकाश , संस्कारप्रकाश हे सुद्धां ग्रंथ मुहूर्तासाठी अभासता येतात .
Type: PAGE | Rank: 0.009536305 | Lang: NA
-
बालकांड - रामचरितमानस
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 0.008428983 | Lang: NA
-
श्री उमाहेमावती व्रत - व्रतकथा
उमा हेमावती व्रत मनोभावे केल्याने संपत्ती आणि संतती प्राप्त होते.
Type: PAGE | Rank: 0.008428983 | Lang: NA
-
शिवाजी महाराज पोवाडा - कल्याणी कल्याणची
इतिहासाचे साधन म्हणून पोवाड्यांचे महत्व विशेष आहे. पोवाडे हे गीत-नाट्यरूप असल्यामुळे त्यात मनोरंजन व प्रचार यांचा मेळ घातला जातो.
Type: PAGE | Rank: 0.008428983 | Lang: NA
-
कथामृत - अध्याय तेरावा
प्रस्तुत कथामृताच्या पारायणाने भक्तगणांना वारंवार विविध मनोहारी अनुभव येतात.
Type: PAGE | Rank: 0.007152229 | Lang: NA
-
स्वामी समर्थ सप्तशती - अध्याय सहावा
श्री दत्तावधूत विरचित ' श्री स्वामी समर्थ सप्तशती ' ही उपासना करण्यासाठी खूप दिव्य पोथी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.006743187 | Lang: NA