-
नाथ
Meanings: 39; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 5.602279 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! थारै सरण पड़ी दासी ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.532094 | Lang: NA
-
निवेदन - नाथ ! थारै सरण पड़ी दा...
’निवेदन’ मे प्रस्तुत जो भी भजन है, वे सभी विनम्र भावोंके चयन है ।
Type: PAGE | Rank: 2.532094 | Lang: NA
-
भक्ति गीत कल्पतरू - दिनाचे तुम्ही नाथ ॥ प्रभू...
खास हितचिंतक व प्रेमळ भगिनींसाठी श्रीमती हरिभक्तपरायण वारूताई कागलकर कृत भजनांची " कल्पतरू " सुमनावली.
Type: PAGE | Rank: 2.51325 | Lang: NA
-
भजन - सुनिये नाथ गरीब निवाज , आ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.507545 | Lang: NA
-
संगीत स्वयंवर - नाथ हा माझा मोही खला. शिश...
श्री रूक्मिणीस्वयंवराच्या सर्वश्रुत कथानकातील, श्रीकृष्ण व रूक्मिणी यांच्या चरित्रातील उदात्त तत्वे श्री. कृष्णाजी प्रभाकर खाडिलकर यांनी नाटकाद्वारे प्रेक्षकांपुढे मांडली.
Type: PAGE | Rank: 2.507545 | Lang: NA
-
भजन - अनाथाच्या नाथ दिनाचा दयाळ...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.507545 | Lang: NA
-
निवेदन - नाथ मैं थारोजी थारो !...
’निवेदन’ मे प्रस्तुत जो भी भजन है, वे सभी विनम्र भावोंके चयन है ।
Type: PAGE | Rank: 2.500966 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ मैं थारो जी थारो च...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.500966 | Lang: NA
-
भजन - नाथ अनाथकी सब जानै ॥ ठा...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.498858 | Lang: NA
-
विविध - नाथ ! थारे सरणे आयोजी ...
’विविध’ शीर्षकके द्वारा संतोंके अन्यान्य भावोंकी झलक दिखलानेवाली वाणीको प्रस्तुत किया है ।
Type: PAGE | Rank: 2.498858 | Lang: NA
-
भजन - नाथ मुहिं कीजै ब्रजकी मोर...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.498858 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ अब लीजै मोहि उबार ! ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.498858 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! थारै सरणै आयो जी ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.498858 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - हे नाथ ! तुम्ही सबके माल...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.494824 | Lang: NA
-
विषयसापेक्ष कविता - सांवळा केदार-नाथ
गो.रं.आंबेकरांचा जन्म कर्नाटकातील कुनगोळ गावचा.
Type: PAGE | Rank: 2.494515 | Lang: NA
-
भजन - आले कैलासीचे नाथ मुखी राम...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.494515 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! मने अबकी बार बचाओ ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.494515 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! अब कैसे हो कल्याण ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.494515 | Lang: NA
-
भजन - आला कैलासीचा नाथ डोळे भरु...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.494515 | Lang: NA
-
हे नाथ! येईन तव नित्य कामी - हे नाथ! येईन तव नित्य काम...
साने गुरूजींचे संपूर्ण नाव - पांडुरंग सदाशिव साने
Type: PAGE | Rank: 2.490172 | Lang: NA
-
शंकराची आरती - जय जय नाथ निरामय शिव शिव ...
देवीदेवतांची काव्यबद्ध स्तुती म्हणजेच आरती. The poem composed in praise of God is Aarti.
Type: PAGE | Rank: 2.490172 | Lang: NA
-
वाटलें नाथ हो !
भा.रा.तांबे यांच्या कविता अत्यंत हळुवार असून त्या मनाला भिडतात
Type: PAGE | Rank: 2.485829 | Lang: NA
-
गुरु गोरख नाथ चालीसा - ॥ दोहा ॥ गणपति गिरजा पुत्...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 2.477143 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.768034 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.765606 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ७ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.765297 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ३ रा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.76458 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ९ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.76458 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ४ था
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.763572 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २६ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.763572 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.763572 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १६ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.763495 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १० वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.763417 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १३ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.762409 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.762036 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २ रा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.762036 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २४ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.762036 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.761323 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २१ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.761323 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ११ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.761323 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २० वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.760237 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.759694 | Lang: NA
-
चंद्रप्रभ नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
सुपार्श्व नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
सुमति नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
सुव्रत नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
अजित नाथ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
अजीत नाथ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA
-
चौरंगी नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.232057 | Lang: NA