संस्कृत सूची|संस्कृत साहित्य|पुराण|श्री स्कंद पुराण|अवन्तीखण्ड|अवन्तीक्षेत्रमाहात्म्यम्| अध्याय १० अवन्तीक्षेत्रमाहात्म्यम् अध्याय १ अध्याय २ अध्याय ३ अध्याय ४ अध्याय ५ अध्याय ६ अध्याय ७ अध्याय ८ अध्याय ९ अध्याय १० अध्याय ११ अध्याय १२ अध्याय १३ अध्याय १४ अध्याय १५ अध्याय १६ अध्याय १७ अध्याय १८ अध्याय १९ अध्याय २० अध्याय २१ अध्याय २२ अध्याय २३ अध्याय २४ अध्याय २५ अध्याय २६ अध्याय २७ अध्याय २८ अध्याय २९ अध्याय ३० अध्याय ३१ अध्याय ३२ अध्याय ३३ अध्याय ३४ अध्याय ३५ अध्याय ३६ अध्याय ३७ अध्याय ३८ अध्याय ३९ अध्याय ४० अध्याय ४१ अध्याय ४२ अध्याय ४३ अध्याय ४४ अध्याय ४५ अध्याय ४६ अध्याय ४७ अध्याय ४८ अध्याय ४९ अध्याय ५० अध्याय ५१ अध्याय ५२ अध्याय ५३ अध्याय ५४ अध्याय ५५ अध्याय ५६ अध्याय ५७ अध्याय ५८ अध्याय ५९ अध्याय ६० अध्याय ६१ अध्याय ६२ अध्याय ६३ अध्याय ६४ अध्याय ६५ अध्याय ६६ अध्याय ६७ अध्याय ६८ अध्याय ६९ अध्याय ७० अध्याय ७१ विषयानुक्रमणिका अवन्तीक्षेत्रमाहात्म्यम् - अध्याय १० भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे. Tags : puransanskrutskand puranपुराणसंस्कृतस्कन्द पुराण अध्याय १० Translation - भाषांतर ॥ सनत्कुमार उवाच ॥अथातः संप्रवक्ष्यामि तीर्थ त्रैलोक्य विश्रुतम्॥स्वयंभूतं महेशस्य विख्यातं कुटुंबिकेश्वरम्॥ १॥मुच्यते सर्वपापैस्तु सप्तजन्मकृतैरपि ॥शुचिः पश्यति यो देवं कृत्वा श्राद्धं यथा विधि ॥२॥सर्वाँल्लोकानतिक्रम्य शिवलोकं स गच्छति ॥यस्तु सर्वाणि शाकानि कन्दानि विविधानि च ॥३॥तीरे तस्य प्रयच्छेत स प्राप्नोति परां गतिम् ॥पौषे प्रतिपदि सिते अष्टम्यां वा समाहितः ॥४॥एकेनैवोपवासेन अश्वमेधफलं लभेत् ॥आश्विन्यां पौर्णमास्यां च शुचिः पश्यति मानवः ॥५॥पट्टबंधं महेशस्य स विपाप्मा दिवं व्रजेत् ॥चैत्रे मासि सिते पक्षे पञ्चम्यां समुपोषितः ॥६॥कर्पूरं कुङ्कुमं चैव मृगनाभि सचन्दनम्॥निवेदयति देवाय नैवेद्यं घृतपायसम् ॥७॥स्वरूपं चैव विप्रेन्द्र सभार्यं भोजयेद्द्विजम् ॥रुद्रलोकमवाप्नोति यावदिंद्राश्चतु र्दश ॥८॥इति श्रीस्कांदे महापुराणएकाशीतिसाहस्र्यां संहितायां पञ्चम आवन्त्यखण्डेऽवन्तीक्षेत्रमाहात्म्ये कुटुम्बिकेश्वरमाहात्म्यवर्णनंनाम दशमोऽध्यायः ॥१०॥ N/A References : N/A Last Updated : November 30, 2024 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP