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विकटः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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विकट
Meanings: 63; in Dictionaries: 14
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বিকট
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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ବିକଟ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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وِکٹ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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વિકટ
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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ਵਿਕਟ
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ਵਿਕਟ-ਕੀਪਰ
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وکٹ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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अपथम्
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horrid
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frightful
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extensive
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horrible
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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obsolete
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grim
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monstrous
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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खण्डः २ - अध्यायः ०१०
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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ਬੋਲਡ ਹੋਣਾ
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ਵਿਕਟਕੀਪਰ
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large
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great
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उमासंहिता - अध्यायः ८
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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गणेशाष्टोत्तरशतनामार्चनस्तोत्रम् - काश्यां तु बहवो विघ्नाः क...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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ਗਿਰਨਾ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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उत्तरकांडम् - काव्य १ ते ५०
उत्तरकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील सातवे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
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नागरखण्डः - अध्याय २५६
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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भविष्यपर्व - एकपञ्चाशत्तमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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भविष्यपर्व - एकपञ्चाशत्तमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ११६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २०१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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श्रीदत्ताख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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ਹਿਲਾਉਣਾ
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
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मध्यम भागः - अध्यायः ७
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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अनुषङ्गापादः - अध्यायः २७
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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सेतुखण्डः - अध्याय ५
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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काशीखण्डः - अध्याय ३७
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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समय मातृका - अष्टमः समयः
क्षेमेंद्र के ग्रंथ समयमातृका का रचनाकाल १०५० ई है। यह एक हास्य प्रहसन का अत्युत्तम ग्रंथ है ।
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अनेकार्थसङ्ग्रहः - त्रिस्वरकाण्डः
आचार्यश्रीहेमचन्द्रेण विरचितः अनेकार्थसङ्ग्रहो नाम कोशः
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