चैत्र शुक्लपक्ष व्रत - मदनद्वादशी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


मदनद्वादशी ( मत्स्यपुराण ) -

यह व्रत चैत्र शुक्ल द्वादशीको किया जाता है । उस दिन गुड़के जलसे स्त्रान करके एक वेदीपर चावलोंसे भरा हुआ कलश स्थापन करे और उसके ऊपर ताँबेके पात्रमें गुड़ और सुवर्णकी मूर्ति रखकर उसका गन्ध - पुष्पदिसे पूजन करे । साथ ही अनेक प्रकारके फल, पुष्प, ईख और नैवेद्य अर्पण करे तथा उनमेंसे एक फल लेकर उसको भक्षण करे । इस प्रकार १३ महीने करे तो उसको पुत्र - शोक नहीं होता ।

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Last Updated : January 16, 2009

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