भीष्मतर्पण

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


भीष्मतर्पण
इसके बाद भीष्मपितामहको पितृतीर्थ और कुशोंसे जल दे -

भीष्म: शान्तनवो वीर: सत्यवादी जितेन्द्रिय:।
आभिरभ्दिरवाप्नोतु पुत्रपौत्रोचितां क्रियाम्॥

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Last Updated : December 02, 2018

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