वस्त्र-निष्पीडन

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


वस्त्र-निष्पीडन
इस प्रकार सब पितरोंका तर्पण हो जानेके बाद अँगोंछेकी चार तह कर उसमें तिल तथा जल छोडकर नीचे लिखा मन्त्र पढकर जलके बाहर बायी ओर पृथ्वीपर नीचोडे -

ये के चास्मत्कुले जाता अपुत्रा गोत्रिणो मृता:।
ते गृह्रन्तु मया दत्तं वस्त्रनिष्पीडनोदकम् ॥

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Last Updated : December 02, 2018

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