हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|पुस्तक|ठाकुर प्रसाद| पञ्चम स्कन्ध ठाकुर प्रसाद भागवत का उद्देश्य प्रथम स्कन्ध सूची द्वितीय स्कन्ध सूची तृतीय स्कन्ध सूची चतुर्थ स्कन्ध सूची पञ्चम स्कन्ध सूची षष्ठ स्कन्ध सूची सप्तम स्कन्ध सूची अष्टम स्कन्ध सूची नवम स्कन्ध सूची दशम स्कन्ध (पूर्वार्ध) दशम स्कन्ध (उत्तरार्ध) एकादश स्कन्ध सूची द्वादश स्कन्ध सूची प्रथम स्कन्ध द्वितीय स्कन्ध तृतीय स्कन्ध चतुर्थ स्कन्ध पञ्चम स्कन्ध षष्ठ स्कन्ध सप्तम स्कन्ध अष्टम स्कन्ध नवम स्कन्ध दशम स्कन्ध (पूर्वार्ध) दशम स्कन्ध (उत्तरार्ध) एकादश स्कन्ध द्वादश स्कन्ध ठाकुर प्रसाद - पञ्चम स्कन्ध ठाकुर प्रसाद म्हणजे समाजाला केलेला उपदेश. Tags : bookthakur prasadठाकुर प्रसादहिन्दी पञ्चम स्कन्ध Translation - भाषांतर सुदेव: सर्वमिति ।सियाराममय सब जग जानी ।करऊं प्रनाम जोरि जुग पानी ॥सत्कर्म की समाप्ति में कहना हैं :---अमेन कर्मण भगवान् परमेश्वर: प्रीयताम् न मम, न मम ।जागो बंसी वाले ललना मोरे प्यारे ॥रजनी बीती भोर भयो है घर घर खुले किवारे ।गोपी दही मथत सुनियत अहि कंगन के झनकारे ॥उठो लालजी भोर भयो सुरनर ठाढे द्वारे ।ग्वालबाल सब करत कुलाहल जय जय सबद उचारे ॥माखन - रोटी हाथ में लीन्हीं गऊप्रन के रखवारे ।मीरा के प्रभु गिरधर नागर शरण प्राये कूँ तारे ।जागो वंसी वाले ललना मोरे प्यारे ॥तुलसी दोनों नहिं रहें, रवि रजनी इक ठाम ।न हि प्रतीक्षते मृत्यु: कृतम् अस्य न वा कृतम् ।विदुषाम् यच्च वैदुष्यम मुक्तये न तु भुक्तयेराम नाम मेरे मन बसियो, राम रसियो रिफाऊँ रे माय ।परमन परधन हरन कूं, वेश्या बडी प्रवीन ।तुलसी सोई चतुरता, रामचरन लवलीन ॥खाने वाल अराम खिलाने वाला राम,तो रोकने का क्या काम ? गुणनुरक्तं व्यसनाय जंतो: तदेव नैर्गुण्यमयो मन: स्यात् ।जानिय तबहि जीव जग जागा ।जव सब विषय विलास विरागा ॥महत्यादरजोऽभिषेकम् ।भगवान नरसिंह के भक्त इन मन्त्रों का जप करते हैं :---ॐ नम: भगवते नृसिंहाय नमस्तेजस्तेजसे ।अविराविर्भव वज्रनख वज्रदंष्ट्र कर्माशयान् ।रन्धय रन्धय तमो ग्रस ग्रस ॐ स्वाहा ।अभयमभयमात्मनि भूयिष्ठा: ॐ क्षोम् ॥देवा गायन्ति :---अहो प्रमीषां किमकारि शोमनं प्रसन्न एषां स्विदुत स्वयं हरि: ।पुनर्जन्म लब्धं नृषु भारताजिरे मुकुंदसेवौपयिकं स्पृहा हि न: ॥श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायणलक्ष्मीनारायण नारायण नारायण नारायणबद्रीनारायण नारायण नारायण नारायणश्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण N/A References : N/A Last Updated : November 11, 2016 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP