संस्कृत सूची|शास्त्रः|अर्थशास्त्रम्|अध्याय ३| अध्याय ३ अध्याय ३ भाग १ भाग २ भाग ३ भाग ४ भाग ५ भाग ६ भाग ७ भाग ८ भाग ९ भाग १० भाग ११ भाग १२ भाग १३ भाग १४ भाग १५ भाग १६ भाग १७ भाग १८ भाग १९ भाग २० अर्थशास्त्रम् - अध्याय ३ धर्मस्थीयाधिकरण (Concerning Law)कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. यात राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय आणि राजनीति वगैरे विभिन्न विषयांवर विचार केला गेला आहे. याची शैली उपदेशात्मक आणि सहायतापूर्ण आहे.हा प्राचीन भारतीय राजनीतीवरील प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. Tags : chanakyaeconomicskautilyaअर्थशास्त्रकौटिल्यचाणक्यसंस्कृत अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग २ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ३ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ४ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ५ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ६ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ७ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ८ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ९ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १० style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग ११ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १२ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १३ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १४ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १५ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १६ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १७ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १८ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग १९ style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. अर्थशास्त्रम् अध्याय ०३ - भाग २० style PAGE | trending_up 1 | language कौटिल्य अर्थात् चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र हा प्राचीन ग्रंथ आहे. Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : November 11, 2016 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP