Dictionaries | References

प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या झ्यात है

   
Script: Devanagari
See also:  प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या माल है

प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या झ्यात है

   बेडकीवर प्रेम जडल्यास ती पुढें पद्मिनी व्यर्थ होय. प्रेम अंधळें असतें. गाढवी पहा. पद्मीन पहा.

Related Words

प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या झ्यात है   प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या माल है   दिल लगा मेंडकीसे, पद‍मीन क्या चीज है   जडे   प्रीत   चहल पहल   है-हाल्ला   दिल लगा गद्धीसे), पद‍मीन क्या इयांट है   गद्धीसे प्रीत जडी तो पद्मीन क्‍या है झ्याट   दया धर्मका मूळ है   है   मन नाहीं राजी, तो क्या करेगा काजी   आपना घर दूरसे सुझतां है   फुटली घागर न जडे   लढो बाप रोटी पकती है !   आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है   देयाघेयाला झ्यात नाहीं, माणुसकीला खोट नाहीं   इष्क स्वसंतोषें घडे, सांगण्यानें न जडे   ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ   وۄسہٕ درٛۄسہٕ   ठीक है   बराबर है   दुनया है, और खुशामद है   नीचाची प्रीत, जशी वाळूची भिंत   ஆரவாரம்   হৈচৈ   ଗହଳଚହଳ   ಜನ ಸಂದಣಿ   sexual love   erotic love   अंधा क्या जाने लालकी बहार   दाईके आगे पेट क्या छपाना   अल्ला यार है बेडा पार है   बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है   नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है   बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल   उंट बडबडातेही लादते है   शौकदाद इलाही है   वल्लीको वल्लीही पछानता है   आग पानीको वैर है   आग पानीको हाडवैर है   जात खुदाकी बेअयब है   दियाही आडे आता है   दिलपर दिल ऐना है   जबान तले जबान है   मुफलससे सवाल हराम है   फतहा दाद इलाही है   नंगेमे खुदाभी डरता है   प्रीतकी रीत न्यारी है   साहेबका घर दूर है   కోలాహలం   आपना दाम खोटा, परखनेहारेको क्या बट्टा   काजीसाहेब क्या करना, हिंदूसे उलटा चलना   उखलिमे सर दबातो धक्कोसे क्या डर   एक तवेकी रोटी, क्या छोटी कया मोठी   बेदर्द कसाई, क्या ज्याने पीड पराई   मिया बिबी राजी, तो क्या करेगा काजी   प्यार बैठा गद्धीपर तो पद्मीन क्या बात   love affair   जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है   love   आटा तोल, ठिकरी जलती है   आदमी का सैतान आदमी है   आपना वकर आपने हात है   आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है   खुदाके घरसे फिर आये है   कानमें तेल डाल बैठे है   आज है सो कल नही   दिल्ली तो बहोत दूर है   दुनया भुकी मरती है, घी   जहांके मुरदे वहांही गाडते है   मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है   मुदलसे बियाज प्यारा होता है   बछडा खुंटेके बळ नाचता है   पके बडके तले, मरणेवाले है   हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है   सोतेको सोता, कब जागता है   जिवा ठाई जीव नसतो, प्रीत लागते तेथें असतो   एक मानें नै दिया आटा, तो क्या भुका मरेगा बेटा   रिकामा बनिया क्या करे, इधरकी टोकरी उधर भरे   नाल तो मिल गया, अब क्या रहा? जीन और घोडा   ধুমধাম   ધામધૂમ   चहलपहल   आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है   गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है   एक मच्छली सारी झीलको गंदाती है   सय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है   अबतो पत्थर के नीचे हात दबा है   अल्ला दोमेसें एक देवे तो कबूल है   जो गरजता है, सो बरसता नही   जनाब, देहली तो बहोत दूर है   जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः   तूं इमानसे गाव, हम सोता है   बात रह जाती है, बखत नहीं रहता   बियाह न कीया, बराततो देखी है   बीयाह न कीया, बराततो देखी है   मिया गिरगये लेकिन् पाव तो उच्चा है   बनिया भी आपना गूड छुपाकर खाता है   दोनो हातो पगडी संभालाने पडी है   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP