Dictionaries | References

जहांके मुरदे वहांही गाडते है

   
Script: Devanagari

जहांके मुरदे वहांही गाडते है

   ज्‍या गांवचे मुडदे त्‍याच गांवी गाडले जातात. ज्‍या ठिकाणी एखादी गोष्‍ट उत्‍पन्न होते त्‍याच ठिकाणी तिचे परिणाम दिसून येतात किंवा तिचा शेवट होतो.

Related Words

जहांके मुरदे वहांही गाडते है   चहल पहल   है-हाल्ला   दया धर्मका मूळ है   है   आपना घर दूरसे सुझतां है   लढो बाप रोटी पकती है !   आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है   ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ   وۄسہٕ درٛۄسہٕ   ठीक है   बराबर है   दुनया है, और खुशामद है   ஆரவாரம்   হৈচৈ   ଗହଳଚହଳ   ಜನ ಸಂದಣಿ   अल्ला यार है बेडा पार है   बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है   नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है   बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल   उंट बडबडातेही लादते है   शौकदाद इलाही है   वल्लीको वल्लीही पछानता है   आग पानीको वैर है   आग पानीको हाडवैर है   जात खुदाकी बेअयब है   दियाही आडे आता है   दिलपर दिल ऐना है   जबान तले जबान है   मुफलससे सवाल हराम है   फतहा दाद इलाही है   नंगेमे खुदाभी डरता है   प्रीतकी रीत न्यारी है   साहेबका घर दूर है   కోలాహలం   जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है   आटा तोल, ठिकरी जलती है   आदमी का सैतान आदमी है   आपना वकर आपने हात है   आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है   खुदाके घरसे फिर आये है   कानमें तेल डाल बैठे है   आज है सो कल नही   दिल्ली तो बहोत दूर है   दुनया भुकी मरती है, घी   मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है   मुदलसे बियाज प्यारा होता है   बछडा खुंटेके बळ नाचता है   पके बडके तले, मरणेवाले है   हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है   सोतेको सोता, कब जागता है   ধুমধাম   ધામધૂમ   चहलपहल   आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है   गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है   एक मच्छली सारी झीलको गंदाती है   सय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है   अबतो पत्थर के नीचे हात दबा है   अल्ला दोमेसें एक देवे तो कबूल है   जो गरजता है, सो बरसता नही   दिल लगा गद्धीसे), पद‍मीन क्या इयांट है   दिल लगा मेंडकीसे, पद‍मीन क्या चीज है   जनाब, देहली तो बहोत दूर है   जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः   तूं इमानसे गाव, हम सोता है   बात रह जाती है, बखत नहीं रहता   बियाह न कीया, बराततो देखी है   बीयाह न कीया, बराततो देखी है   मिया गिरगये लेकिन् पाव तो उच्चा है   बनिया भी आपना गूड छुपाकर खाता है   दोनो हातो पगडी संभालाने पडी है   प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या झ्यात है   प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या माल है   सैय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है   सो कव्वोमे एक बगलाभी सरस है   सोनेकी चेडी (चिडिया), हात लगी है   हजार आफत है, एक दिल लगानेसें   गडमें गड चितोडगड और सब गढैया है, तालमें ताल भोपालताल और सब तलैंया है   गद्धीसे प्रीत जडी तो पद्मीन क्‍या है झ्याट   काजीजी दुबले क्यौं? तो दुनियाकी फिकीर लगी है   एक एक मुस्किलके, हजार हजार आसान रखे है   जहां सुई नही जाती, वहां मुसली चलाती है   मूरख मूरख राज करत है, पंडित फिरत भिकारी   म्हैसके आगे बीन बजाव, ओ बागूल करिती है   കോലാഹലം   मरदका कान और औरतका थान, जितना दबावे उतनाहि सीत कम लगता है   बम्मनकी गई बछडी, रावणकी गई लंक, दोनो दुःख समान है, ओ राजा ए रंक   नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब   बोवाळ   दखमा   मुरदाख़ोर   क़यामत   नकीर   मुनकिर   फरिश्ता   अघोरी   i am to state   as is, where is   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP