Dictionaries | References

दुनया है, और खुशामद है

   
Script: Devanagari

दुनया है, और खुशामद है

   जगामध्यें खुशामती लोक सर्वत्र आढळतातच. जग आहे तोंपर्यंत खुशामत चालणार.

Related Words

दुनया है, और खुशामद है   चहल पहल   है-हाल्ला   दुनया   दुनया भुकी मरती है, घी   दया धर्मका मूळ है   है   आपना घर दूरसे सुझतां है   लढो बाप रोटी पकती है !   आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है   आप्रवासी और सीमा प्रवर्तन कार्यालय   गडमें गड चितोडगड और सब गढैया है, तालमें ताल भोपालताल और सब तलैंया है   त्रिनिदाद और टोबैगो   पंजाब और सिंध बैंक   सेंट कीट्स और नीविस   दमन और दीव   लाहौल और स्पीति जिला   एंटीगुआ और बरबुडा   दादरा और नगर हवेली   ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ   وۄسہٕ درٛۄسہٕ   साओ टोम और प्रींसिपे   और   खुशामद   ठीक है   बराबर है   सेन्ट विन्सेन्ट और द ग्रेनैडिन्ज़   उत्तर और मध्य अंडमान जिला   बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण   ஆரவாரம்   হৈচৈ   ଗହଳଚହଳ   ಜನ ಸಂದಣಿ   अल्ला यार है बेडा पार है   बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है   नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है   बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल   राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद   उंट बडबडातेही लादते है   शौकदाद इलाही है   वल्लीको वल्लीही पछानता है   आग पानीको वैर है   आग पानीको हाडवैर है   जात खुदाकी बेअयब है   दियाही आडे आता है   दिलपर दिल ऐना है   जबान तले जबान है   मुफलससे सवाल हराम है   फतहा दाद इलाही है   नंगेमे खुदाभी डरता है   प्रीतकी रीत न्यारी है   साहेबका घर दूर है   मरदका कान और औरतका थान, जितना दबावे उतनाहि सीत कम लगता है   नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब   కోలాహలం   जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है   आटा तोल, ठिकरी जलती है   आदमी का सैतान आदमी है   आपना वकर आपने हात है   आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है   खुदाके घरसे फिर आये है   कानमें तेल डाल बैठे है   आज है सो कल नही   दिल्ली तो बहोत दूर है   जहांके मुरदे वहांही गाडते है   मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है   मुदलसे बियाज प्यारा होता है   बछडा खुंटेके बळ नाचता है   पके बडके तले, मरणेवाले है   हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है   सोतेको सोता, कब जागता है   खुशामद करना   ধুমধাম   ધામધૂમ   चहलपहल   आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है   गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है   एक मच्छली सारी झीलको गंदाती है   सय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है   अबतो पत्थर के नीचे हात दबा है   अल्ला दोमेसें एक देवे तो कबूल है   जो गरजता है, सो बरसता नही   दिल लगा गद्धीसे), पद‍मीन क्या इयांट है   दिल लगा मेंडकीसे, पद‍मीन क्या चीज है   जनाब, देहली तो बहोत दूर है   जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः   तूं इमानसे गाव, हम सोता है   बात रह जाती है, बखत नहीं रहता   बियाह न कीया, बराततो देखी है   बीयाह न कीया, बराततो देखी है   मिया गिरगये लेकिन् पाव तो उच्चा है   बनिया भी आपना गूड छुपाकर खाता है   दोनो हातो पगडी संभालाने पडी है   प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या झ्यात है   प्रीत जडे मेंडकीसे पद्‌भिनी क्या माल है   सैय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है   सो कव्वोमे एक बगलाभी सरस है   सोनेकी चेडी (चिडिया), हात लगी है   हजार आफत है, एक दिल लगानेसें   कहाँ मोहब्बत और कहाँ गणित और विज्ञान   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP