Dictionaries | References ग गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | गाढवसुद्धां तरुणपणी चांगले खुबसुरत दिसते. गाढवाचे पिलूं मोठे गोजिरवाणें असते. तु०-प्राप्ते तु षोडशे वर्षे गर्दभी अप्सरा भवेत्। Related Words गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है मालूम बनिया देते नहीं, पुरा तोल आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल भले ही भले चहल पहल है-हाल्ला मालूम करना मालूम पड़ना मालूम होना दया धर्मका मूळ है है आपना घर दूरसे सुझतां है लढो बाप रोटी पकती है ! मालूम मी दानद भले भले भागले आणि देवपूजेला लागले एकसे दो भले बारभाईची शेती, देते सर्वदा खंती ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ وۄسہٕ درٛۄسہٕ भले घोडेको एक चाबूक, भले आदमीको एक बात भले भले गेले गोते खात, झिंझुरटें म्हणे माझी काय वाट? आवडतें व्हावें, तर भले असावें घर भले की आपण भला भले आणि साता पाण्यानं धुले seem मेणबत्ती स्वतः जळते आणि लोकाला प्रकाश देते धड नाहीं डौल, लोका देते कौल ठीक है बराबर है दुनया है, और खुशामद है ஆரவாரம் হৈচৈ ଗହଳଚହଳ ಜನ ಸಂದಣಿ अल्ला यार है बेडा पार है बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है उंट बडबडातेही लादते है शौकदाद इलाही है वल्लीको वल्लीही पछानता है आग पानीको वैर है आग पानीको हाडवैर है जात खुदाकी बेअयब है दियाही आडे आता है दिलपर दिल ऐना है जबान तले जबान है मुफलससे सवाल हराम है फतहा दाद इलाही है नंगेमे खुदाभी डरता है प्रीतकी रीत न्यारी है साहेबका घर दूर है కోలాహలం originally in the beginning primitively आपण भले तर जग भलें, आपण मेलों जग बुडालें जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है आटा तोल, ठिकरी जलती है आदमी का सैतान आदमी है आपना वकर आपने हात है आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है खुदाके घरसे फिर आये है कानमें तेल डाल बैठे है आज है सो कल नही दिल्ली तो बहोत दूर है दुनया भुकी मरती है, घी जहांके मुरदे वहांही गाडते है मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है मुदलसे बियाज प्यारा होता है बछडा खुंटेके बळ नाचता है पके बडके तले, मरणेवाले है हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है सोतेको सोता, कब जागता है ধুমধাম ધામધૂમ चहलपहल आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है एक मच्छली सारी झीलको गंदाती है सय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है अबतो पत्थर के नीचे हात दबा है अल्ला दोमेसें एक देवे तो कबूल है जो गरजता है, सो बरसता नही दिल लगा गद्धीसे), पदमीन क्या इयांट है दिल लगा मेंडकीसे, पदमीन क्या चीज है जनाब, देहली तो बहोत दूर है जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः तूं इमानसे गाव, हम सोता है बात रह जाती है, बखत नहीं रहता बियाह न कीया, बराततो देखी है बीयाह न कीया, बराततो देखी है मिया गिरगये लेकिन् पाव तो उच्चा है बनिया भी आपना गूड छुपाकर खाता है दोनो हातो पगडी संभालाने पडी है प्रीत जडे मेंडकीसे पद्भिनी क्या झ्यात है प्रीत जडे मेंडकीसे पद्भिनी क्या माल है सैय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है सो कव्वोमे एक बगलाभी सरस है Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP