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नास्ति प्राणात् परं प्रियं।
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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बृहज्जीवन्तिका
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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बृहज्जीवन्ती
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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बृहज्जीवा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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favorably
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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benevolently
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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benignly
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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blandish
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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pleasantly
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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प्रमायुक
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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शक्न
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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मण्डल १० - सूक्तं १५१
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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dearly
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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शक्नु
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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रामाष्टकम् - प्रथमम्
महाराष्ट्रकविवर्य श्रीमयूरविरचिते ग्रन्थ ‘ संस्कृतकाव्यानि ’
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आयुष्यवर्चस्यमित्यादि भूषणधारणमंत्रा:
‘ संस्कार ’ हे केवळ रूढी म्हणून करण्यापेक्षां त्यांचे हेतू जाणून ते व्हावेत अशी अनेकांची इच्छा असते. ज्यावेळीं एखाद्या घरांमध्यें शुभकार्य असते त्यावेळीं या गोष्टी सविस्तर माहीत असल्यास कार्य सुव्यवस्थित पार पडते असा अनुभव आहे.
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गायत्रीका आवाहन
प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.
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प्रियवादी
Meanings: 4; in Dictionaries: 4
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षोडशकाण्डः - १२१ ते १२५
पैप्पलादसंहिता
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प्रथम: पाद: - सूत्र ३२
ब्रह्मसूत्र वरील हा टीकाग्रंथ आहे. ब्रह्मसूत्र ग्रंथात एकंदर चार अध्याय आहेत.
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धर्मशास्तुःपञ्चरत्नम् - लोकवीरं महापूज्यं सर्वरक्...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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शास्तापञ्चरत्नम् - लोकवीरं महापूज्यं सर्वरक्...
शास्तापञ्चरत्नम्
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मण्डल ५ - सूक्तं १९
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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मण्डल ९ - सूक्तं ५०
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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शास्तापञ्चरत्नम् - लोकवीरं महापूज्यं सर्वरक्...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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श्रीवृन्दावनसूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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स्तुतिः - कमलनयनस्तुतिः ।
देवी देवतांची स्तुति केल्यास, ते प्रसन्न होऊन इच्छित फल प्राप्त होते.
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श्रीबुधस्तुति:
स्वामि श्री भारतीकृष्णतीर्थ यांनी जी देवदेवतांवी स्तुती केली आहे, अशी क्वचितच् इतरांनी कोणी केली असेल.
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kindness
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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मण्डल ५ - सूक्तं २३
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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प्रहृष्
Meanings: 7; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01683993 | Lang: NA
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धर्मागद
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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अष्टादशकाण्ड: - ३१ ते ३५
पैप्पलादसंहिता
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व्यतिरेक अलंकारः - लक्षण ७
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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धर्मपदम् - प्रियवर्गः षोडशः
धर्मपदम्
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मण्डल ९ - सूक्तं ७५
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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endear
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
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मण्डल १० - सूक्तं १३२
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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आचाराध्यायः - उपोद्घातप्रकरणम्
स्मृतिग्रंथ म्हणजे धर्मशास्त्रावरील एक आवश्यक वचनांचा भाग.
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चतुर्थं ब्राम्हणम् - भाष्यं १९
सदर ग्रंथाचे लेखक विष्णुशास्त्री वामन बापट (जन्म: पाऊनवल्ली-राजापूर तालुका, रत्नागिरी जिल्हा, मे २२, इ.स. १८७१; मृत्यू : डिसेंबर २०, इ.स. १९३२) हे महाराष्ट्रातील एक शांकरमतानुयायी अद्वैती, प्राचीन संस्कृत वाङ्मयाचे भाषांतरकार आणि भाष्यकार होते.
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पंचगव्याचे मंत्र
वास्तु्शांती म्हणजे वास्तु उभारताना यजमानाच्या हातून विविध चुका होतात किंवा दोष घडतात, त्यांची शांती. वास्तुपुरुषाची शांती नव्हे.
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अप्रियस्यच पथ्यस्य श्रोता वक्ताच दुर्लभ
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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अप्रियस्यहि पथ्यस्य वक्ता श्रोताच दुर्लभ
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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नास्ति नष्टे विचारः।
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01473494 | Lang: NA
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निगद्
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01473494 | Lang: NA
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व्याकृ
Meanings: 9; in Dictionaries: 3
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द्वितीयकाण्डः - ३१ ते ३५
पैप्पलादसंहिता
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अष्टादशकाण्ड: - ३६ ते ४०
पैप्पलादसंहिता
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मण्डल ९ - सूक्तं २
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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friendly
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
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