Dictionaries | References म मन राजा, मन प्रजा Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 मन राजा, मन प्रजा मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | आपणच आपणाला राजा समजावें व आपणच आपली प्रजा समजावें. याप्रमाणें आपल्या मनाला वाटेल तसें वर्तन करावें. स्वतःकडेच दोन्ही अधिकार घेऊन स्वैर वागणूक करणें. ‘ धर्मग्रंथास धाब्यावर बसवून मन राजा मन मजा या न्यायें वाटेल तसें वागणें सुरु केलें. ’ -नि. ४५७. Related Words मन मन राजा, मन प्रजा प्रजा मन मारप मन मारना मन मारणे राजा मन राजा, मन परजा, मनाले कोण वरजा यथा राजा तथा प्रजा करमणे कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगू तेली कुठे राजा भोज आणि कुठे गंगु तेली धर्मसावर्णि मन मन मनाविणें मन गडबडणें मन मुंडणें मन घालणे मन घालणें मन जाणें मन देणें मन लावणें मन बसणें मन लागणें शुद्ध मन मन कांपणें मन-काळीज मन तुटणें मन नपर्दो मन विटणें मन धरणें मन लगना मन उठणें मन उडणें मन मोडणें मन भरना चक्रवर्ती राजा ആലോചിക്കുക ಇಷ್ಟವಾಗು राजा भोज जसा राजा, तशी प्रजा आवैचे मन कांतली, भुर्ग्याचे मन करटी उद्योगानें मन स्वच्छ राहते, आळसानें मन खातें मन पळोन धन संशयि मन सावळेक भित्ता संशयी मन सावळेक भित्ता अंदाधुंद मन हरा गाय रायागेलें मन आनि रुक्का सावळी तत्तावळी परतता खालीवर मन होणें मन दुग्ध्यांत पडणें रिकामें मन सैतानाचं धन रिकामें मन सैतानाचं सदन मन मानेल तो सौदा नापसंद तुझें मन माझे साक्षीशी आणि माझें मन तुझे परीक्षेशी देव मन पाळौन धन दिता दिलो-दिमाग़ دِلو دٮ۪ماغ ಮನಸ್ಸು-ಬುದ್ಧಿ psyche अंग उदकान नितळ, मन सतान आंग उदकान नितळ, मन सतान रिकामें मन आणि कुविचाराची धन ज्याचें मन त्याला ग्वाही देतें मन चिंती तें वैरी चिंतीना विटलें मन आणि फुटलें मोतीं सांधत नाहीं वैरी न चिंती तें मन चिंती काळजाच्या पाठीं राजा, सुखदुःखें भोगी प्रजा कपटी मित्राचें मन, अधिक दुष्ट सर्पाहून आपले मन जिंकी, तो धन्य म्हणावा लोकीं मन नाहीं थिरी, उगीच तीर्थ करी मन नाहीं स्थिरी, बहु तीर्थ करी देवु जाला लागी, मन गेलें दूर एक उत्रानें मोळ्ळोलें मन, धा उत्राने समजाइना भोंवचें गेलो तीर्थांतु, मन उरलें घरांतु भोवचा गेलो तीर्थांतु, मन उरलें घरांतु पिसो मन मेकळता, बुदवंतु बांदुन दवरता ज्याचें जया ध्यान, तेंच होय त्याचें मन दुष्ट संगतीनें मन, दोषी न करिती सुजन उदार मन ठेव संपत्तिकाळीं, स्थीर असावें विपत्तिवेळीं ठेवी मन स्वाधीन, राहे प्रगट डौलानं मन नाहीं राजी, तो क्या करेगा काजी मन चिंती तें वैरीही न चिंती फुटले मोतीं तुटलें मन सांधत नाहीं विटलेलें मन जुळत नाहीं आणि फुटलेलें मोतीं सांधत नाहीं subject घर सान जाल्ले तरी मन होड आस का आपले मन स्वाधीन नाही, बंधनी तो कदां न राही बड्डि भोळयारि दोरियेनें बांदये, मन मोळयारि कसल्यानें बांदचें మనసునొప్పించు মন ভেঙে যাওয়া মন মৰা ਮਨ ਮਾਰਨਾ ମନମାରିବା കുറിച്ചു വയ്ക്കുക गोसोखौ दबथाय મન મારવું ಮನಸ್ಸನ್ನು ಹಿಡಿತದಲ್ಲಿಟು पाय घटि आसल्यरि गुडो चडयेद, मन घटि आसल्यारि खयीं चडयेद मन मिलेसो मेला, चित्त मिलेसो चेला, नहीं तो अकेला भला फुटलें मोतीं, तुटलें मन, सांधूं न शके विधाता Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP