-
చితుకుట
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3181003 | Lang: NA
-
फुटी
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3181003 | Lang: NA
-
வெடித்தல்
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2443149 | Lang: NA
-
పేలటం
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2443149 | Lang: NA
-
ಹೊಡೆದು ಹೋಗು
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.240725 | Lang: NA
-
ફૂટવું
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2356363 | Lang: NA
-
പൊട്ടിയൊലിക്കുക
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2269577 | Lang: NA
-
പൊട്ടല്
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2137755 | Lang: NA
-
फूटना
Meanings: 15; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2061817 | Lang: NA
-
फुटणे
Meanings: 19; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.1767272 | Lang: NA
-
ଫାଟିଯିବା
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1134788 | Lang: NA
-
बेरफ्रु
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.09929398 | Lang: NA
-
پھٹُن
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08510913 | Lang: NA
-
फुटप
Meanings: 13; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.07914063 | Lang: NA
-
ফাটা
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.07634841 | Lang: NA
-
स्फुट्
Meanings: 32; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.07092427 | Lang: NA
-
ଫୁଟିବା
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06107872 | Lang: NA
-
ফুটা
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05673942 | Lang: NA
-
ਫੁੱਟਣਾ
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05673942 | Lang: NA
-
फुटनु
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05673942 | Lang: NA
-
ಒಡೆ
Meanings: 9; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05344389 | Lang: NA
-
ফেটে যাওয়া
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04964699 | Lang: NA
-
உடை
Meanings: 14; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03546213 | Lang: NA
-
फुटणी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03286545 | Lang: NA
-
मेझरपट्टी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01314618 | Lang: NA
-
रामज्ञा प्रश्न - चतुर्थ सर्ग - सप्तक १
गोस्वामी तुलसीदासजीने श्री. गंगाराम ज्योतिषीके लिये रामाज्ञा-प्रश्नकी रचना की थी, जो आजभी उपयोगी है ।
Type: PAGE | Rank: 0.002875727 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ६ - अध्याय १
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001643272 | Lang: NA
-
अध्याय नववा - समास पहिला
श्रीसद्गुरुलीलामृत
Type: PAGE | Rank: 0.001437863 | Lang: NA
-
उत्तर खंड - निर्धारयोगो
सत्कार्योत्तेजक सभा धुळें, महाराष्ट्रधर्मग्रन्थमाला
Type: PAGE | Rank: 0.001232454 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ६ - अध्याय ७
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001232454 | Lang: NA
-
रुक्मिणी स्वयंवर - प्रसंग सोळावा
रुक्मिणी स्वयंवर या ग्रंथाचे पारायण केल्याने विवाह लवकर होण्यास मदत होते आणि सुस्वरूप, अनुरूप पती मिळतो असा अनेकांचा अनुभव आहे म्हणून शक्यतो कुमारिकांनी या ग्रंथाचे पारायण करावे.
Type: PAGE | Rank: 0.001027045 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ३ - अध्याय २
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001027045 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ७ - अध्याय १५
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001027045 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १७ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001027045 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ५ - अध्याय ७
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.001016723 | Lang: NA
-
दशक पंधरावा - आत्मदशक
दशक पंधरावा - आत्मदशक
Type: PAGE | Rank: 0.001016723 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ६ - अध्याय १२
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0008216362 | Lang: NA
-
संत गजानन महाराज शेगावीचा योगीराणा
दत्त संप्रदायाचे प्रवर्तक श्रीचक्रधर यांची परंपरा दत्तात्रेय-चांगदेव राऊळ-गुंडम राऊळ-चक्रधर अशी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0005135227 | Lang: NA