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सर्पराज
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
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सर्पराजः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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सर्प-राज
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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कर्कोट
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
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श्रावणमास: - नागपूजाविधि:
सर्व जगतात हिंदू धर्माची व्याख्या होते ती, धर्मातील उपासना आणि उत्सवप्रियतेमुळे, आणि यांना जोड असते व्रत-वैकल्याची आणि धार्मिक पूजेची.
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दशमोध्यायः - श्लोक १ ते २०
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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विनय पत्रिका - लक्ष्मण स्तुति २
विनय पत्रिकामे, भगवान् श्रीराम के अनन्य भक्त तुलसीदास भगवान् की भक्तवत्सलता व दयालुता का दर्शन करा रहे हैं।
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सहस्त्र नामे - श्लोक ४१ ते ४५
श्रीगणेशाच्या सहस्त्रनामांचे मराठी अर्थ.
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व्याजस्तुति अलंकार - लक्षण ४
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
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कर्कोटक
Meanings: 19; in Dictionaries: 9
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श्रीवामनपुराण - अध्याय १
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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श्रीगणेशसहस्त्रनाम - श्लोक ४१ ते ५०
विश्वातील सर्व कारणांचे कारण असणारा असा सर्वात्मा , वेदांनी ज्याची महती गायली आहे , सर्वप्रथम पूजनीय असणार्या अशा गणेशाला मी वंदन करितो .
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श्रीमद्भगवद्गीता - अध्याय १०
श्रीमद्भगवद्गीतेत सांगितलेली भक्ति म्हणजे धार्मिक समाधान देणारे विचारयुक्त साधन आहे शिवाय श्रद्धा व भक्तियुक्त अंतःकरणाने एकाग्र होऊन विचार केल्यास एक वेगळाच शब्दातीत अनुभव येतो.
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श्रीमद्भगवद्गीता - अध्याय १०
श्रीमद्भगवद्गीताका मनन-विचार धर्मकी दृष्टीसे, सृष्टी रचनाकी दृष्टीसे, साहित्यकी दृष्टीसे, या भाव भक्तिसे किया जाय तो जीवन सफल ही सफल है।
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श्रीवामनपुराण - अध्याय १०
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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सुन्दरकाण्ड - दोहा ३१ से ४०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
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धन्वन्तरि
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मार्कण्डेय
भक्तो और महात्माओंके चरित्र मनन करनेसे हृदयमे पवित्र भावोंकी स्फूर्ति होती है ।
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ५५
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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राजा
Meanings: 174; in Dictionaries: 11
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नहुष
Meanings: 27; in Dictionaries: 8
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वेंकटेश्वर माहात्म्य - अध्याय पहिला
वेंकटेश महात्म्याचे पारायण केल्यास प्रत्यक्ष बालाजीचे दर्शन घेतल्याचा अनुभव येतो.
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मयमतम् - अध्याय ३६
मयमतम् नामक ग्रंथमे संपूर्ण वास्तुशास्त्रकी चर्चा की गयी है। संपूर्ण वास्तु निर्माणमे इस ग्रंथको प्रमाण माना गया है।
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