Dictionaries | References द दुनया भुकी मरती है, घी Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 दुनया भुकी मरती है, घी मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | शक्कर क्यौं नही खाती धान्य न मिळाल्यामुळें उपाशी मरणारे लोक उपाशी कां मरतात, ते तूपसाखर कां खात नाहींत ? असं विचारणार्या मनुष्यास एवढेंहि कळत नाहीं कीं, ज्यास साधें धान्य मिळत नाहीं त्यास तूपसाखर कोठून मिळणार. Related Words दुनया भुकी मरती है, घी घी भुकी वनस्पति घी दुनया दुनया है, और खुशामद है शुद्ध घी देसी घी कृत्रिम घी भुकी राखे चौथा कोन घी देखा पण बडगा नहि देखा चहल पहल है-हाल्ला दया धर्मका मूळ है मरती कळा मरती भावना मरती रात्र है कच्चा घी डालडा घी आपना घर दूरसे सुझतां है लढो बाप रोटी पकती है ! भुकी तो सदा सुखी भुकी राखी चौथा कोन मरती रात्र झाली आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है अल्प भुकी तो सदा सुखी घी खिचड़ी एक होना ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ وۄسہٕ درٛۄسہٕ घिउ ঘি ঘিউ ਘੀ ઘી നെയ് घृतम् گٮ۪و ತುಪ್ಪ घी गेलें आणि ठामणेंहि गेलें घीणो पैसो और पैसोनी घी धीनो दोडियो अने दोडियानु घी ghee ठीक है बराबर है घूस मागें पाहती, तर उरीं फुटून मरती ஆரவாரம் হৈচৈ ଗହଳଚହଳ ಜನ ಸಂದಣಿ घी गेलें पण ठामणें तर राहिलें घी जातें आणि चमडा पण जातो घी देखा पण बडगा नही देखा घी देखे, लेकिन बडगा नही देखे नकटा तो नकता, पण घी तो चट्टा अल्ला यार है बेडा पार है बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है तूप बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल घरीं रांड पोरें मरती उपवासी। सांगे लोकापाशीं थोरपण।। उंट बडबडातेही लादते है शौकदाद इलाही है वल्लीको वल्लीही पछानता है आग पानीको वैर है आग पानीको हाडवैर है जात खुदाकी बेअयब है दियाही आडे आता है दिलपर दिल ऐना है जबान तले जबान है मुफलससे सवाल हराम है फतहा दाद इलाही है नंगेमे खुदाभी डरता है प्रीतकी रीत न्यारी है साहेबका घर दूर है కోలాహలం நெய் నెయ్యి ଘିଅ नाक कटा तो कटा, लेकिन घी तो चटा जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है आटा तोल, ठिकरी जलती है आदमी का सैतान आदमी है आपना वकर आपने हात है आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है खुदाके घरसे फिर आये है कानमें तेल डाल बैठे है आज है सो कल नही दिल्ली तो बहोत दूर है जहांके मुरदे वहांही गाडते है मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है मुदलसे बियाज प्यारा होता है बछडा खुंटेके बळ नाचता है पके बडके तले, मरणेवाले है हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है सोतेको सोता, कब जागता है ধুমধাম ધામધૂમ चहलपहल आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP