-
گرگ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 3.656639 | Lang: NA
-
गर्गः
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 3.472797 | Lang: NA
-
গর্গ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.80621 | Lang: NA
-
ਗਰਗ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.399868 | Lang: NA
-
ગર્ગ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.399868 | Lang: NA
-
ଗର୍ଗ ଋଷି
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.304995 | Lang: NA
-
गर्ग
Meanings: 39; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 1.212321 | Lang: NA
-
ଗର୍ଗ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.502362 | Lang: NA
-
গর্গ ঋষি
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4018896 | Lang: NA
-
ஓநாய்
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
తోడేలు
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
কুকুৰনেচীয়া
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
ਭੇੜੀਆ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
ചെന്നായ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
वृकः
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
लांडगा
Meanings: 13; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
रां सैमा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
भेड़िया
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
رامہٕ ہوٗن
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
ತೋಳ ಈಹಾಮೃಗ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1758267 | Lang: NA
-
নেকড়ে
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1255905 | Lang: NA
-
ଗଧିଆ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1255905 | Lang: NA
-
ब्वाँसो
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1255905 | Lang: NA
-
लांडगो
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1004724 | Lang: NA
-
વરુ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1004724 | Lang: NA
-
wolf
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.06279524 | Lang: NA
-
آنگِرس
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0353592 | Lang: NA
-
آنٛگِرس
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.0353592 | Lang: NA
-
आङ्गीरसः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02762433 | Lang: NA
-
प्रथमांशुः - कर्णवेधः
‘कृत्य दिवाकरः’ या ग्रंथाद्वारे शास्त्रोक्त पूजा पाठ कसे करावेत याचे ज्ञान मिळते.
Type: PAGE | Rank: 0.01104973 | Lang: NA
-
इहल
Meanings: 9; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.009668516 | Lang: NA
-
नारद भक्ति सूत्र - प्रथमोऽध्यायः
नारद भक्ति सूत्राचे रोज वाचन केल्याने सर्व कलह नष्ट होतात
Type: PAGE | Rank: 0.009668516 | Lang: NA
-
राध्
Meanings: 35; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.005860006 | Lang: NA
-
उत्तर पर्व - अध्याय १४५
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005524866 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - प्रकीर्णकनिर्णय
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.004883338 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - गुरु व रवि यांचें बल
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.004834258 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - रजोदोषाविषयींचा निर्णय
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.004834258 | Lang: NA
-
मत्स्यपुराणम् - अध्यायः १९६
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
Type: PAGE | Rank: 0.00414365 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - वधूप्रवेश
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.00414365 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - आमलकस्नान
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.00414365 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - द्विसप्ततितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003453041 | Lang: NA
-
बृहत्संहिताः - अध्याय ४५
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.003418337 | Lang: NA
-
अध्याय ८ वा - श्लोक १ ते ५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.002762433 | Lang: NA
-
केदारखण्डः - अध्यायः २३
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002762433 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - गृहारंभाविषयीं मुहूर्त
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.002762433 | Lang: NA
-
तृतीयपरिच्छेद - दशदोष
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.002762433 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १९४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002441669 | Lang: NA
-
काशीखण्डः - अध्याय ७४
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002417129 | Lang: NA
-
मत्स्यपुराणम् - अध्यायः १४५
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
Type: PAGE | Rank: 0.002417129 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४४७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002417129 | Lang: NA