Dictionaries | References उ उंट बडबडातेही लादते है Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 उंट बडबडातेही लादते है मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | उंट बडबडूं लागला तरीहि त्याच्यावर ओझे लादले जातेच. काम करणार्याने कुरकुर केली तरी त्याच्या पाठीमागचे काम काही चुकत नाही. गरीबाची दाद कोण घेणार? Related Words उंट बडबडातेही लादते है उंट अरबी उंट bishop उंट उंच शेंपूट टुकें उंट कोण्या कानीं बसेल याचा नेम नाहीं चहल पहल है-हाल्ला उंट बुडतो, आणि शेळी ठाव विचारते दया धर्मका मूळ है उंट कोण्या कानीं (कोनीं) बसेल कोण जाणें (त्याचा नेम नाहीं) है आपना घर दूरसे सुझतां है लढो बाप रोटी पकती है ! आपने बछड्येके दांत कोसोसे मालूम होते है ऊंट اوٗنٛٹ ऊँट ਚਹਿਲ-ਪਹਿਲ उंट गाढव भेटले, दोघेहि हांसले उंट चढे तोंभी कुत्ता काटे وۄسہٕ درٛۄسہٕ ठीक है बराबर है दुनया है, और खुशामद है அரபு ஒட்டகம் আরবী উট ଆରବୀ ଓଟ അറബി ഒട്ടകം عربی اوٗنٛٹ ஆரவாரம் হৈচৈ ଗହଳଚହଳ दरवाज्याला केळीचा खुंट आणि वरातीला उंट मांजर काढून टाकलें तेथें उंट येऊन पडला ಜನ ಸಂದಣಿ अल्ला यार है बेडा पार है बखतवारी उडगई है, बुलंदी रह गई है नफा दिसता है, मुद्दल घुसता है ஒட்டகம் ଓଟ बनिया तो कुछ देते बी नहिं, लेकिन आप कहते है पुरा तोल शौकदाद इलाही है वल्लीको वल्लीही पछानता है आग पानीको वैर है आग पानीको हाडवैर है जात खुदाकी बेअयब है दियाही आडे आता है दिलपर दिल ऐना है जबान तले जबान है मुफलससे सवाल हराम है फतहा दाद इलाही है नंगेमे खुदाभी डरता है प्रीतकी रीत न्यारी है साहेबका घर दूर है উট కోలాహలం उंट कोठेहि असला तरी अंतसमयीं मारवाडाकडेच तोंड करतो जो दब जाता है, संसार उसेहि दबाता है आटा तोल, ठिकरी जलती है आदमी का सैतान आदमी है आपना वकर आपने हात है आपने गल्लीमे कुत्ताभी शेर है खुदाके घरसे फिर आये है कानमें तेल डाल बैठे है आज है सो कल नही दिल्ली तो बहोत दूर है दुनया भुकी मरती है, घी जहांके मुरदे वहांही गाडते है मारमारके जाय, फताहदाद इलाही है मुदलसे बियाज प्यारा होता है बछडा खुंटेके बळ नाचता है पके बडके तले, मरणेवाले है हाथीका वोझा, हाथीही उठाता है सोतेको सोता, कब जागता है ఒంటె ઊંટ ਊਠ ഒട്ടകം उट उष्ट्रः ಒಂಟೆ ধুমধাম ધામધૂમ चहलपहल आपने आपने ख्यालमे सबही मस्त है गद्धेभी जवानीमें, भले मालूम देते है एक मच्छली सारी झीलको गंदाती है सय्या भये कोतवाल अब किसकी डर है अबतो पत्थर के नीचे हात दबा है अल्ला दोमेसें एक देवे तो कबूल है जो गरजता है, सो बरसता नही दिल लगा गद्धीसे), पदमीन क्या इयांट है दिल लगा मेंडकीसे, पदमीन क्या चीज है जनाब, देहली तो बहोत दूर है जांके संग दसवीस है तांको नाम महंतः तूं इमानसे गाव, हम सोता है बात रह जाती है, बखत नहीं रहता बियाह न कीया, बराततो देखी है बीयाह न कीया, बराततो देखी है Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP