Dictionaries | References व वाल्मीकि रामायण वाल्मीकि रामायण Variations : वा. रा. सर्व.; वा. रा.; Vālmīki Rāmāyaṇa; Rāmāyaṇa; Rām.; Ram.; Rām; Rā; Vālmīki ११ २ ४ ५ अकम्पन अग्नि अग्र अग्रे अजामुखी अतथा अतन्त्र अतिकृतम् अतिक्रम अतिगम् अतिबल अतिविष्ठित अती अत्यय अदक्षिण अदिति अधिक अधियोध अध्याय अनित्य अनुक्रम् अनुज्ञा अनुमानम् अनुरोधिन् अनुव्रत अनुसृ अनूदकम् अनेहस् अन्त अन्तर अन्तरीप अन्तर् अन्तर्गत अन्नम् अन्यथा अन्वारभ् अन्वारुह् अन्वास् अपथ्य अपदानम् अपनीत अपमर्द अपवृज् अपश्चिम अपार अपाश्रि अभिगम् अभिगुप् अभिगै अभिजन् अभिज्ञानम् अभितद् अभितस् अभिपॄ अभिप्रवृत् अभिप्रेत अभिवृत अभिसंधा अभिसंधानम् अभिसंपत् अभिसार अभिसृज् अभ्यन्तरीकृ अभ्यसनम् अभ्यागत अभ्युपगम् अमर्याद अम्बरीष अम्बु अरजस् अरिष्ट अरूप अलम् अलिन् अलोक अवगाढ अवच्छ अवजि अवतंसक अवतान अवदॄ अवधू अवमर्द अवमर्दन अवर अवरोह अवलम्बिन् अवश अवसादक अवेक्षा अशिव अशुचि अश्व अस्र अहल्या आक्रुश् आख्यानम् आगमनम् आत्मन् आदिश् आनन्दि आपण आमोद आम्र आयोग आर आरुच् आलम्ब् आशर आसंबाध आसेचनक आस्था आस्थित आहत आहृ इन इन्द्रजित् उत्कट उत्कम्प उत्तम उत्तर उत्पेक्ष् उन्मुच् उपक्रम् उपक्षिप् उपगम् उपग्रहणम् उपप्लु उपरुध् उपलक्ष् उपसंपन्न उपाकृ उपाधा उपारम् उपास् उल्लोल ऊर्ध्व ऋक्षवत् एतर्हि ऐन कक्ष कथ् करम्ब करीर कर्णाकर्णि कलम काकलि काण्ड कार्कवाकव कालधौतम् कालिक काल्य कीकस कुक्षिंभरि कुरङ्ग कुसुमन्धय कूप कृशाश्व कृष्ण केतु कैशिक कोक कोकनदम् कोलाहल क्रम् क्रीडितम् क्रौञ्ची क्षेप खर खर्जूर गन्धोली गरुड गो घन घुसृणम् घृष्टि चक्रम् चञ्चलाक्षी चण चन्दिर चन्द्रकिन् चन्द्रमस् चरम चर्मन् चित्रक चित्रकूट चेंब् छुरितम् जनक जपा जल डिम्ब तप ताम्र तृणम् त्रसुर त्रिजटा त्रेतायुग त्वङ्ग् दमु दाशरथ दुःख दृश् देव धनुस् धात्री धाय्या धृष्टि नाभोग नामन् निचोल निम्ब निर्दर निर्यत् निर्यूह निशा पचेलिम पञ्चन् पदम् पराहन् परिणी पर्वण पवन पा पाथस् पालि पिचण्ड पितृ पुण्य पुष्पम् पृथुक पृषत्क पेचक प्रख्या प्रणी प्रति प्रतिकृ प्रतिविधातव्यम् प्रथम प्रमद प्रयत प्रसित प्रहा प्रोज्जासितम् फलम् बन्धक बलम् बलि बहु बार्हस्पत बाहीक बाहुल बाह्लका बिसम् बुद्धि ब्रह्मन् भ भरत भावत्क भिन्न भू मंथरा मख मणितम् मण्डोदरी मतल्लिका मधुर मनस् मन्थान मन्दरा महस् महा महामालिन् महीला मातङ्गी मारीच मालेय मुदिर मूर्च्छ् मैरेय यम यातु युद्धाजित् योग्यता यौवतम् रघु रङ्कु राजन् राजीव राम रावण राष्ट्रवर्धन रूपम् रेणुक रैमयम् लक्ष्मण लक्ष्मी लक्ष्य लब्ध लवङ्क लाङ्गलम् लोला वच् वराट वरिवस्या वसु वाक्यम् वानर वाल्मीकि वासतेय वि विकृ विन्यस् विमर्श विश्रण् विषम विसृत्वर वृ वेदिका वैध वैशाख व्यपाश्रय व्याल शक्व शङ्क् शय शर शारि शास्त्रम् शिञ्जिनी शिफा शिरस्य शिवरात्री श्री श्वेत संक्रन्दन संदानित संभ्रम संलुलित संवर्मय् सगर सत्त्रा सध्रीची सनाथ सनीड समज समाक्रान्त समाधि सरस्वत् सर्पास्य सह सहस् सहस्य सहस्राक्ष सांकूजितम् साल सिक्थ सित सिता सीता सीधु सु सुग्रीव सुत्रामन् सुषेण सृ सैत्यम् सोमदत्त स्फुर् स्रव स्रु हंस हनूमान् हिम हूड् हृणी Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP