Dictionaries | References U Uttararàmacharita. Part 2 Uttararàmacharita. Variations : U.2. अधस्तात् अधिगम् अनवगीत अनवस्थित अनुपधि अनुमन्त्र् अनुरस अन्त अन्विष् अपकॄ अपहन् अपोह् अभिवृत अम्बूकृत अर्च् अलिकम् अवगीत अव्यग्र आक्रान्त आगस्त्यायन आदि आन्तर आभोग आमञ्जु आरात् आश्चो उत्ताल उदरम् उद्गीथ उद्घात उद्विज् उद्वेल्ल् उपस्नेहयति ऋद्धि एक कण्डूल कल्याण कषण कषाय काम कुक्कुटक कुञ्ज कुटीर कुम्भी कुलम् कुलाभि कौशिक क्रम् क्षौणि गण्ड गद्गद गभीर गुज् गृध्र गृहम् गृहिन् घटा घन घनीभू घर्म घूत्कार चय जन जीवातु झाङ्कृतम् तप् तैजस त्रि दण्ड दण्डक दुर् द्रढयति द्रव्यम् नामन् नियम निर् निर्घात निर्झरिणी निषाद निस् निस्य पञ्चन् पठ् पर परि पुनर् पूर्व प्रचलाकिन् प्रचलित प्रति प्रतिष्ठा प्रदर प्रभू प्रवासनम् प्रसव प्रासंगिक प्रिय बन्धन बिम्ब भर भल्लूक भूत भूयस् मधु मसृण मिथुन मुखर मृद् मोद मौक मौलि यथा यम रक्षस् रम् रस रहस्य रूक्ष रूढ लोक वज्र वञ्जुल वनम् वाच् वानीर विकलयति विजि वितॄ विपर्यास विभू विरल विरु विवास विषम् विष्किर विसृज् वृत्त वेग वैयर्थ्यम् वैराज व्रण शल्लकी शाश्वत शीर्षम् शुचि श्यामल संकुल संग संप्रति संप्रदाय संवेग सत् समद सरहस्य सह सांसारिक सापवाद् स्खलनम् स्तम्ब स्त्यान स्त्यै स्निग्ध स्रोतस् हन् Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP