Dictionaries | References

जिवंतपणी देव तो मेल्‍यावर महादेव

   
Script: Devanagari

जिवंतपणी देव तो मेल्‍यावर महादेव

   (वांय.) मेल्‍या म्‍हशीला पाच शेर दूध.

Related Words

जिवंतपणी देव तो मेल्‍यावर महादेव   देव   गुरूनानक देव विद्यापीठ   गुरु नानक देव विश्वविद्यालय   देव गण   तुंगनाथ महादेव   अंगद देव   अर्जुन देव   रुचि देव सावर्णि   रुचि देव सावर्णि मनु   रुचि देव सावर्णि मनू   महादेव बडादेव, सब देवनका बाबा   deity   महादेव   हरहर महादेव !   आला तर चेव, नाहीतर हरहर महादेव   तो   भगवान   ओलंपिक देवता   ज्‍यापुढें धुपाटणें नाहीं, तो देव नाहीं   भोळयाचे देव सोळा   देवभात   खाकेंत खवला अन्‌ महादेव पावला   देव सर्वत्र जगीं भरला, तो कैसा दिसे निराळा   अर्जन देव   देव प्रतिमा   देव विग्रह   देव ऋण   ऑलंपिक देव   देव कोहकाळ   देव गांधारी   भावासारिखा देव   देव मूर्ति   देव गांधार   देव दिसणें   देव-दूत   देव-धान्य   देव पावणें   देवगांधारी   ದೇವ ಗಣ   ದೇವ-ದೂತ   मानला तर देव, नाहीं तर दगड धोंडा   देव तसें धुपाटणें, न्हावी तसें थापटणें   जो तो   तो मेरेन   देणें तसें घेणें, देव तसें धुपाटणें   देवगांधार   देवरीण   गुरु अंगद देव   गुरु अर्जन देव   गुरु अर्जुन देव   गुरू अंगद देव   गुरू अर्जुन देव   पांढरीचें दैवत, पांढरीचा देव   देवऋण   गुरु नानक देव युनिवर्सिटी   देव कर्ता ती वाट   भावार्थी देव पावता   भावार्थ्याक देव पावता   फातर दवरिलो, देव जालो   द्या थै देव   देव दितां देवचार नाट्टा   देव दितां देवचार नाडतां   आपुण आपणाक, देव समस्तांक   यथा देव, तथा भक्त   देवदूतः   ಓಲಂಪಿಕ್ ದೇವತೆ   धा थंय देव   आदां देव चोरां प्रसन्न   दाष्टयास देव धार्जिणा   राव राबतात, देव कांपतात   भोळा भाव, अंधळा देव   देव दव्हार्‍यांत नांत   देव देव्‍हार्‍यांच बसणें   देव ना देवर्‍यांत   दृढभाव तोच देव   खाता पिता देव दिता   देव नवसाला पावणें   देव पाण्यांत घालणें   गरीबाचा देव वाली   गरीबाचा देव साह्यकारी   देव देव्हार्‍यांत नसणें   दुष्टास देव धारजिणा   महादेव गण   विचारी तो विचारी, धपकावी तो लष्करी   विचारी तो विचारी, धपका लावी तो लष्करी   उदार तो श्रीमंत, कृपण तो दरिद्री   उडाला तो कावळा आणि बुडाला तो बेडूक   चढेल तो पडेल, पोहेल तो बुडेल   उगवेल तो मावळेल   उडतो तो बुडतो   उट्टा तो बुटा   राबेल तो चाबेल   मनास मानेल तो सौदा   बलिष्ठ तो वरिष्ठ   नामदार तो नम्र फार   विलो तो भिलो हा?   राखील तो चाखील   मित्र पैकेकरी, तो निधानापरी   गायी वळी तो गोवारी   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP