Dictionaries | References

देव नवसाला पावणें

   
Script: Devanagari

देव नवसाला पावणें

   इच्छित फळ मिळणें
   मनांतील हेतु पूर्ण होणें
   मनासारखें होणें. भूप म्हणे कर्णा हा जरि अर्जुन देव पावला नवसा।’ -मोविराट ३.८८.

Related Words

देव नवसाला पावणें   गुरूनानक देव विद्यापीठ   गुरु नानक देव विश्वविद्यालय   देव गण   देव   पावणें   देव पावणें   अंगद देव   अर्जुन देव   रुचि देव सावर्णि   रुचि देव सावर्णि मनु   रुचि देव सावर्णि मनू   deity   ओलंपिक देवता   देवभात   अर्जन देव   देव प्रतिमा   देव विग्रह   देव ऋण   ऑलंपिक देव   देव कोहकाळ   देव गांधारी   भावासारिखा देव   देव मूर्ति   देव गांधार   देव दिसणें   देव-दूत   देव-धान्य   देवगांधारी   भगवान   ದೇವ ಗಣ   ದೇವ-ದೂತ   सर पावणें   सरी पावणें   आईबापावरून पावणें   अपेश पावणें   बापावरुन पावणें   भरुन पावणें   मुक्ति पावणें   मृत्यु पावणें   नवसास पावणें   पत्न पावणें   परत्र पावणें   देवगांधार   देवरीण   गुरु अंगद देव   गुरु अर्जन देव   गुरु अर्जुन देव   गुरू अंगद देव   गुरू अर्जुन देव   पांढरीचें दैवत, पांढरीचा देव   देवऋण   गुरु नानक देव युनिवर्सिटी   देव कर्ता ती वाट   भावार्थी देव पावता   भावार्थ्याक देव पावता   फातर दवरिलो, देव जालो   द्या थै देव   देव दितां देवचार नाट्टा   देव दितां देवचार नाडतां   आपुण आपणाक, देव समस्तांक   यथा देव, तथा भक्त   देवदूतः   ಓಲಂಪಿಕ್ ದೇವತೆ   धा थंय देव   आदां देव चोरां प्रसन्न   दाष्टयास देव धार्जिणा   राव राबतात, देव कांपतात   भोळा भाव, अंधळा देव   देव दव्हार्‍यांत नांत   देव देव्‍हार्‍यांच बसणें   देव ना देवर्‍यांत   दृढभाव तोच देव   खाता पिता देव दिता   देव पाण्यांत घालणें   गरीबाचा देव वाली   गरीबाचा देव साह्यकारी   देव देव्हार्‍यांत नसणें   दुष्टास देव धारजिणा   भोळयाचे देव सोळा   वैले देव कोपले जाल्यार सकले देव किते करतले?   देव मन पाळौन धन दिता   माथेस माथां पावणें   god   देव जांवकी, तरि चणे खांवका   पंचामृत खाई त्यास देव देई   चोरी मोरी, देव बरें करी   देव तारी, त्यास कोण मारी   ଅଞ୍ଜନ ପକ୍ଷୀ   ओलम्पिकदेवता   देव पाहावा किंवा राव पाहावा   देवदूत   एका पूजेनें देव म्हातारा होत नाही   देव तसें धुपाटणें, न्हावी तसे थापटणें   देव सारावे परते।संत पूजावे आरते।   घाईने लग्‍न करणें, पश्र्चात्ताप पावणें   देव आकाशाहून मोठा आणि मुंगीहून धाकटा   ज्‍यापुढें धुपाटणें नाहीं, तो देव नाहीं   चोरी मारी, देव त्‍याचें बरें करी   मानला तर देव, नाहीं तर दगड धोंडा   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP