Dictionaries | References

अज्ञानास न होय प्राप्ती, करिताही खरी भक्ती

   
Script: Devanagari

अज्ञानास न होय प्राप्ती, करिताही खरी भक्ती

   अडाणी मनुष्यानें कितीहि उत्कटतेनें भक्ति केली तरी ती ज्ञानाच्या अभावी योग्य मार्गानें न झाल्यानें त्याला सिद्धि प्राप्त होत नाही.

Related Words

अज्ञानास न होय प्राप्ती, करिताही खरी भक्ती   प्राप्ती   भक्ती   खरी खोटी सुनावणे   खरी खोटी सुनाना      न न   ن(न)   होय   खरी गजाल   आंधळी भक्ती   भक्ती मार्ग   नवविधा भक्ती   खरी खबर   अल्प धन थोर मन, नाश न होय स्वहित जाण   आजचे अरिष्टा उपाय, उद्या केल्‍यानें न होय   आचरतां दांभिक भक्ती, दोहीकडून खरी नसती   काम न आना   अज्ञानास न प्रकाश, भ्रांति दावी त्याचा वेष   खरी   आनंदित मन ही खरी मेजवानी होय   काय होय?   न मागे तयाची रमा होय दासी।   जें होय सहजानें, तें न करी जुलुमानें   अंधश्रद्धा   इत्सा प्राप्ती   बाल बाँका नहीं करना   बापास बाप न म्हणणें   सूड न घेणारा   कामी न येणे   न च घर्मो दयापरः।   भाजला पापड न मोडणें   एकदम काम सारें, दिवसांत न होय पुरें   एका पुष्पाचा हार, न होय तें सार   वाळूच्या कणाचा दोरा, कधीं न होय पुरा   सांग सोनें, कधींहि न होय जुनें   अशक्त असतांना, काम न होय जाणा   जेथें जाय दुःखी, तेथे न होय सुखी   दर्पण अंधळयाकरीं, देतां न होय उपकारी   चाबूक लगामाविना, घोडा न होय नीट जाणा   मित होय व्यय तर न होई क्षय   दृष्टीस पडतां नावडे, इच्छा न होय त्याकडे   धनलोभ सदा, त्याची तृप्ति न होय कदा   नीच होय ते कबी उंच न थाय   स्वभाव वांकडा, तो नीट न होय बापडा   अज्ञानास दोष नाही   न देवाय न धर्माय   न भूतो न भविष्यति   न पुत्रो न पुत्री   व्याप्तीशिवाय प्राप्ती ना   खरी -खोटी   खरी मिट्टी   तासप   श्रवण भक्ती   न बिगुमा   व्यंजनाक्षर न   व्यञ्जनाक्षर न   न अक्षर   न व्यंजन   कफी न   गोबाय न   गौथुम न   संग्रा न   दालान न   जथुम न   बांग्ला न   बिखुमजोनि न   लाइफां न   रान्दिनि न   फाक्का न   न उष्टावलेला   न कपलेला   न गायसन   न गैजारङै   न जोखलेले   न पाहण्याजोगा   न बानायनाय   न मालिक   न रैखागिरि   पारलामेन्ट न   पन्चायत न   न बिगोमाजो   न लोटलेला   न नेग्रा   न भोगलेला   न मागता   न मोजलेला   न लुनाय   अन्धभक्तिः   न उतरणें   न खाण्याजोगा   न गायसनजा   न बां   बायखोन्दा न   कामातुराणां न भयं न लज्‍जा।   अर्थातुराणां न पिता न बंधुः   बांला न   न तुटणारा   न बोलणे   आफाद न   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP