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मूर्खाशीं बोध करतां श्रम होय वाणी

   
Script: Devanagari

मूर्खाशीं बोध करतां श्रम होय वाणी

   मूर्खाला उपदेश करतां करतां तोंड दुखेल परंतु त्याच्यावर कांहींहि परिणाम होणार नाहीं.

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