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जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्‍यांत पडे

   
Script: Devanagari

जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्‍यांत पडे

   पोपट पहा. व्यक्तीनें गुण दाखविले कीं त्या व्यक्तीला सोडू नये असें वाटूं लागतें. व त्यामुळें त्या गुणी व्यक्तीची दुःखदावस्था कमी होत नाहीं तर अधिक वाढते. -टि. ३.१४९.

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