Dictionaries | References ज जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्यांत पडे Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्यांत पडे मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | पोपट पहा. व्यक्तीनें गुण दाखविले कीं त्या व्यक्तीला सोडू नये असें वाटूं लागतें. व त्यामुळें त्या गुणी व्यक्तीची दुःखदावस्था कमी होत नाहीं तर अधिक वाढते. -टि. ३.१४९. Related Words जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्यांत पडे पोपट जों जों अधिक बोलतो तों तों पिंजर्यांत पडतो जों जों राघू बोले, तों तों पिंजर्यात पडे जों जों रावा पढे, तों तों पिंजर्यांत पडे जों जों तोता (रावा) पढे, तों तों पिंझरेमें पडे जों जों कोळसा उगळावा तों तों काळा निघतो जों जों मावळतें, तों तों चावळतें जों जों मावळतें, तों तों चावळे जों जों जों भिजे कामरी, तों तों भारी होय थिरबिर जों मोलेले जों जों जवळ ओयरा, तों जग सोयरा जों जवळ ओवरा, तों जग सोयरा ओ जों जोबनाय गोमोरले गोमोरले जों अ जों जोबनाय मोले-मोले जों मोस्लेर मोस्लेर जों ओ जों जोबथानाय अ जों जोबथानाय तों अधिक-दिन राघू जितका जितका बोलतो तितका तितका तो अधिक पिंजर्यांत पडतो वारें आहे तों उपणून घ्यावें अधिक लोभातें धरितो वारंवार हारीस येतो सुईण आहे तों बाळंतपण होऊन द्यावें जों जों मावळे वखत पडे बांका तों गधेको कहना काका तों तों चावळतें तों तों चावळे अर जों रागा जों मोलेमोले जों flicker अधिक അധിക സമയ शें तों भें, हजार तों बाजार, लाख तों काख ख्लाब-ख्लिब जों ई जों जोबथानाय ई जों जोबनाय ऊ जों जोबथानाय ऊ जों जोबनाय ए जों जोबथानाय ए जों जोबनाय एसेयावनो रागा जों ऐ जों जोबनाय ब्लाव-ब्लाव जों शिजे तों राहवतें, निवे तों राहवत नाहीं थोडी तों गोडी, फार तों लबाडी अधिक से अधिक शिजे तों धीर धरवतो पण निवे तों धीर धरवत नाहीं आपण शाबूद तों दुनिया शाबूद शीर सलामत तों पगडया पचास शीर सलामत तों पगडया पचीस समुद्रास गेला लुका तों सुका बैलानें रडावें तों गोणीच रडते राघू बल्नु पेटणे अधिक-तिथि अधिक जीना जों चोंच देईल तो दाणा देईलच अधिक कोण वागु पिंजर्यांत पडतचि कोणाइ ताका फातर मारतीत flick आले वेडसर पाहुणे। ते तों जगाचे मेहुणे॥ गणपति करावयास गेला तों माकड झालें समर्थांचीं पाळीं उघडत तों दुर्बलांचे प्राण जातात समुद्रांत गेला लुका, तों समुद्र झाला सुका अन्न आच्छादन । हें तों प्रारब्धा अधीन ॥ जिता रहे पूत तों गल्लीगल्लीमें चूत बायकोनें दिली भर, तों पती झाले तर्र मडक्याचा कांठ ओला (आहे) तों वळेल देव आला द्यायाला, तों पदर नाहीं घ्यायाला देवाजवळ मागितला पूत, (तों) देवानें दिला भूत प्रसंग पडे बाका, तो गद्धेकू बोले काका ஓ வில் முடியக்கூடிய اواختتامیہ ఓ అచ్చుకు చెందిన ಅ ಕರಾಂತ್ಯ ઓકારાંત ঝিলমিল করা ਓਕਾਰਾਂਤ ওকারান্ত ଓକାରାନ୍ତ ଚକମକ କରିବା അ കാരാന്തമായ ഒ കാരാന്തമായ اَ اَچَھر وول ओकारांत ओकारांती प्रज्वल् ಓಕಾರಾಂತ್ಯ ओकारान्त बोले धुवे, लागे सुने बोले तैसा चाले । outlive अधिक जिवंत राहणें अधिक तमाशे पाहणें अधिकांत अधिक लोकांचें अधिकांत अधिक हित Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP